उदयपुर. दक्षिणी राजस्थान के सबसे बड़े एमबी अस्पताल में हर रोज हजारों की संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं. अब इन मरीजों को आसानी से दवाइयां उपलब्ध हो सकेंगी. इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने गुणवत्ता में सुधार किया है. साथ ही अब बारकोड की मदद से मरीज फीडबैक और शिकायत दर्ज करवा सकेंगे.
मरीजों का आसानी से मिल सकेगी दवा : चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि चिकित्सालय में अनेक क्षेत्रों में एनएबीएच गाइडलाइन के मुताबिक सुधार विस्तार किया गया है. इसी श्रृंखला में फार्मेसी का भी आधुनिकीकरण किया गया है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में चिकित्सालय में 31 फार्मेसी स्थापित हैं. यहां पर प्रतिदिन 1500 से 1800 भर्ती मरीजों के साथ कुल 4 हजार मरीजों को दवाई दी जाती है.
पढ़ें. Special: एमबी अस्पताल बना मॉडल, 5 साल में 6 हजार बच्चों को किया कुपोषण मुक्त
उन्होंने बताया कि वर्तमान में इसका आधुनिकीकरण किया गया है. इसके तहत दवाइयों को अल्फाबेटिकल ऑर्डर में स्टोर में रखा जाएगा. इससे सभी दवाइयां आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी. साथ ही नियरेस्ट एक्सपायरी ड्रग्स का सेपरेशन, लासा ड्रग्स का नारकोटिक पॉलिसी लागू करना एवं फार्मेसी पर फार्मासिस्ट का लाइसेंस प्रदर्शित करने जैसे कार्यों को किया गया है.
इससे मरीज कम से कम लाइन में लगेंगे : डॉ. सुमन ने बताया कि चिकित्सालय में गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ सभी सेवाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है. इसके तहत फार्मेसी की सेवाओं को भी सुदृढ़ीकरण किया गया है. मरीज लाइन में कम से कम समय लगे, सही और पूरी दवा मिले और फार्मेसिस्ट दवा की सभी जानकारी उन्हें समझा सकें, इसका भी पूरा ध्यान रखा जाता है. भीड़ बढ़ने पर अन्य फार्मासिस्ट को बुलाकर दवाईयां वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं. डॉ सुमन ने बताया कि मरीज अथवा परिजन चिकित्सालय की किसी भी समस्या के संबंध में क्यूआर कोड एवं पर्दर्शित अधीक्षक के नंबर के जरिए अवगत करा सकते हैं.
अस्पताल ले रहा मरीजों से ऑनलाइन फीडबैक : संभाग का सबसे बड़ा महाराणा भूपाल चिकित्सालय में हजारों की संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए हर रोज पहुंचते हैं. ऐसे में मरीजों की समस्याओं का समाधान के लिए प्रशासन ऑनलाइन फीडबैक ले रहा है. इसके लिए पूरे अस्पताल परिसर में बारकोड सुविधा लगाई गई है. प्राइवेट अस्पतालों की तरह एमबी अस्पताल में भी मरीजों से ऑनलाइन फीडबैक फॉर्म भरा जा रहा है. इसके अलावा अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों से हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से रैंडम कॉल भी किए जा रहे हैं, जिससे भर्ती मरीजों के परिजनों से फीडबैक लिया जा सके.
संभागीय आयुक्त ले रहे लगातार फीडबैक : अधीक्षक के मुताबिक अस्पताल कैंपस में बारकोड लागू होने के बाद मरीज अपनी शिकायत आसानी से पहुंचा पा रहे हैं. ऐसे में जिस चिकित्सकीय स्टाफ की किसी व्यक्ति पर शिकायत होने पर उसे नोटिस दिया जाता है. संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए इस महीने में दो बार बैठक कर चुके हैं. उन्होंने पूरे अस्पताल परिसर में स्वच्छता का उचित प्रबंधन करने के निर्देश दिए.