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International sculptor camp in Udaipur: देसी-विदेशी मूर्ति कलाकारों का मेला, अल्कोहल इंक से बना रहे आर्ट - मूर्ति कलाकारों का मेला

उदयपुर के बडंगा गांव में देसी-विदेशी मूर्ति कलाकार जुटे हैं. ये कलाकार अल्कोहल इंक से आर्ट तैयार कर रहे हैं.

International sculptor camp in Udaipur, making art by alcohol ink
International sculptor camp in Udaipur: देसी-विदेशी मूर्ति कलाकारों का मेला, अल्कोहल इंक से बना रहे आर्ट
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Published : Mar 13, 2023, 4:11 PM IST

Updated : Mar 13, 2023, 5:50 PM IST

मूर्तिकारों ने साझा किया अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकला शिविर का अनुभव

उदयपुर. देश-दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर झीलों के शहर उदयपुर में हर साल कई बड़े आयोजन देखने को मिलते हैं. झीलों की नगरी में इन दिनों उदयपुर शहर से 25 किलोमीटर दूर बडंगा गांव में देश-दुनिया के मूर्ति कलाकारों का मेला लगा है. यहां राजस्थान ललित कला अकादमी और कामन कला संस्थान के साझे में अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकला शिविर लगा हुआ है.

कई कलाकार हुए शामिल: इस 12 दिवसीय शिविर में देश-दुनिया से आए कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसमें अमेरिका, बेल्जियम, कनाडा, अफ्रीका और भारत के करीब 15 कलाकार एक-दूसरे को अपनी कला सिखाने में जुटे हैं. शिविर में कलाकारों ने स्टोन से 13 आर्ट बनाए से हैं. सेरेमिक टाइल और स्टोन पर अल्कोहल इंक से आर्ट का काम किया है. कलाकारों ने बताया कि यह एक तरह का न्यू मीडियम आर्ट है. इसकी खासियत यह कि इसमें पेंट अल्कोहल का मिश्रण किया जाता है. इसमें अल्कोहल एक दिन में उड़ जाता है. स्टोन पर पेंट की 5 से 6 लेयर बनाई जाती है. इसके उड़ने के बाद अलग ही तस्वीर बनती है.

पढ़ें: बीकानेर में सागवान की लकड़ी से बनती है गौरा-ईसर की मूर्ति, बारीकी ऐसी की विदेशों में भी डिमांड

मार्बल फैक्ट्रियों में जो मार्बल के ब्लॉक वेस्ट पड़े होते हैं. उनसे मूर्तियां बनाई जा रही हैं. आयोजक डॉ चिमन डांगी ने बताया कि प्रकृति की गोद में यह शिविर एक यादगार साबित हो रहा है. नेचर से सम्बंधित ही थीम पर ही कार्य किया जा रहा है. शहर से दूर गांव में इस मेले का आयोजन का उद्देश्य गांव के बच्चों को भी इस कला से रूबरू करवाना है. डांगी ने कहा कि बाद में इन स्टोन की मूर्तियों को इसी गांव के प्रमुख स्थानों पर स्थापित किया जाएगा. जिससे इस गांव को आर्टिस्ट गांव से जाना जाए. इन कलाकारों की प्रस्तुतियां और इनके पत्थर तराशने को लेकर इस कला को सीखने के लिए युवा अभ्यर्थी भी शामिल हो रहे हैं.

मूर्तिकारों ने साझा किया अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकला शिविर का अनुभव

उदयपुर. देश-दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर झीलों के शहर उदयपुर में हर साल कई बड़े आयोजन देखने को मिलते हैं. झीलों की नगरी में इन दिनों उदयपुर शहर से 25 किलोमीटर दूर बडंगा गांव में देश-दुनिया के मूर्ति कलाकारों का मेला लगा है. यहां राजस्थान ललित कला अकादमी और कामन कला संस्थान के साझे में अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकला शिविर लगा हुआ है.

कई कलाकार हुए शामिल: इस 12 दिवसीय शिविर में देश-दुनिया से आए कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसमें अमेरिका, बेल्जियम, कनाडा, अफ्रीका और भारत के करीब 15 कलाकार एक-दूसरे को अपनी कला सिखाने में जुटे हैं. शिविर में कलाकारों ने स्टोन से 13 आर्ट बनाए से हैं. सेरेमिक टाइल और स्टोन पर अल्कोहल इंक से आर्ट का काम किया है. कलाकारों ने बताया कि यह एक तरह का न्यू मीडियम आर्ट है. इसकी खासियत यह कि इसमें पेंट अल्कोहल का मिश्रण किया जाता है. इसमें अल्कोहल एक दिन में उड़ जाता है. स्टोन पर पेंट की 5 से 6 लेयर बनाई जाती है. इसके उड़ने के बाद अलग ही तस्वीर बनती है.

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मार्बल फैक्ट्रियों में जो मार्बल के ब्लॉक वेस्ट पड़े होते हैं. उनसे मूर्तियां बनाई जा रही हैं. आयोजक डॉ चिमन डांगी ने बताया कि प्रकृति की गोद में यह शिविर एक यादगार साबित हो रहा है. नेचर से सम्बंधित ही थीम पर ही कार्य किया जा रहा है. शहर से दूर गांव में इस मेले का आयोजन का उद्देश्य गांव के बच्चों को भी इस कला से रूबरू करवाना है. डांगी ने कहा कि बाद में इन स्टोन की मूर्तियों को इसी गांव के प्रमुख स्थानों पर स्थापित किया जाएगा. जिससे इस गांव को आर्टिस्ट गांव से जाना जाए. इन कलाकारों की प्रस्तुतियां और इनके पत्थर तराशने को लेकर इस कला को सीखने के लिए युवा अभ्यर्थी भी शामिल हो रहे हैं.

Last Updated : Mar 13, 2023, 5:50 PM IST
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