उदयपुर. असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया दो दिवसीय दौरे पर उदयपुर आए हुए हैं. सोमवार को कटारिया ने उदयपुर सर्किट हाउस में जन सुनवाई करते हुए लोगों की समस्याएं सुनी. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भले ही अब प्राथमिकता असम हो गई है. लेकिन उदयपुर की जनता को अगर आधी रात को भी कोई तकलीफ होगी, तो मैं सदैव खड़ा रहूंगा.
कटारिया ने दी होली की शुभकामनाएं: कटारिया की जनसुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में मेवाड़ संभाग से लोग स्वागत और अभिनंदन करने के लिए पहुंचे. कटारिया के स्वागत के लिए कांग्रेस के कई नेता और पदाधिकारी भी सर्किट हाउस पहुंचे थे. वहीं विजय बैंसला ने भी कटारिया का स्वागत किया. इस दौरान सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए गुलाबचंद कटारिया ने देशवासियों को होली की बधाई और शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि होली का ही एक ऐसा पर्व है, जो गरीब और अमीर की खाई को मिटाने का काम करता है. इस त्योहार में हर वर्ग के लोग काफी उत्साह और उमंग में नजर आते हैं. होली के त्योहार से पता चलता है कि हरदम सदैव सत्य की ही विजय होती है. होली का त्योहार यही संदेश देता है कि अगर हम सत्य के पथ पर चलेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी.
उदयपुर और मेवाड़ की जनता का किया आभार: इस दौरान असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने मेवाड़ और उदयपुर की जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि एक बच्चे की तरह मुझे पाल-पोस कर यहां तक पहुंचाया है. ऐसे में जनता से मिले प्यार और आशीर्वाद का मैंने कर्जा उतारने की काफी कोशिश की है. लेकिन इसके बावजूद भी जनता का जो प्यार और स्नेह के जो काम बाकी रह गए हैं. उन्हें असम में रहते हुए भी पूरा करने की कोशिश करूंगा. उन्होंने कहा कि उदयपुर मेरे दिल में बसा हुआ है. ऐसे में असम मेरी पहली प्राथमिकता होगी, लेकिन उदयपुर की जनता को भी आधी रात को अगर कोई तकलीफ होगी, तो मैं सदैव खड़ा रहूंगा.
असम की समस्याओं पर कटारिया का जवाब: असम के गवर्नर बनने के बाद गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि असम की समस्याओं को लेकर वह अधिकारियों से फीडबैक ले रहे हैं. पूर्वांचल में जिस तरह पहले नक्सलाइट घटनाएं देखने को मिलती थी, उनमें गिरावट देखने को मिली है. ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी के लगातार प्रयास के कारण लगातार विकास का काम हो रहा है.