उदयपुर. सीकर के गुरुकुल यूनिवर्सिटी मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई (Sikar Gurukul University controversy) की है. कागजों में खड़ी सीकर की गुरुकुल यूनिवर्सिटी के लिए प्रोफेसर अमेरिका सिंह के नेतृत्व में चार सदस्यों की वेरिफिकेशन कमेटी बनाई गई थी, जिसमें से तीन को दोषी पाया गया. इसके तहत दोषी लॉ कॉलेज अलवर के प्रोफेसर विजय बेनीवाल को सस्पेंड कर दिया है. वहीं सरकार ने सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जीएस राठौड़ और राजस्थान यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जयंत सिंह को भी निलंबित करने के लिए राजस्थान यूनिवर्सिटी और सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति को आदेश जारी किया है.
कमेटी के मुखिया उदयपुर के सुखाड़िया विधि के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह थे. अब सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी है. कमेटी के सदस्यों को बिना पर्याप्त जांच के गलत तथ्यों को प्रमाणित करने, उत्तरदायित्व में घोर लापरवाही बरतने के मामले में दोषी पाया गया है. इस पूरे मामले की जांच के लिए सरकार ने 25 मार्च को जयपुर के संभागीय आयुक्त दिनेश कुमार यादव की अध्यक्षता में 4 सदस्यों की कमेटी बनाई थी.
राजस्थान विधानसभा ने वापस किया था बिल: ऐसा पहली हुआ होगा कि राजस्थान विधानसभा में (Action against Sukhadiya university vice chancellor America singh) गुरुकुल विश्वविद्यालय सीकर विधेयक को सरकार ने जांच कमेटी के गलत रिपोर्ट के चलते वापस किया था. क्योंकि जिस निजी विश्वविद्यालय स्थापना से जुड़ा विधेयक सदन में पास कराने के लिए रखा गया था. धरातल पर ना तो उसका भवन निर्माण हुआ और ना ही बिल में दी गई जानकारी धरातल पर सही निकली.