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मेडिकल एजुकेशन हब की तरफ पांव पसारता उदयपुर

प्रदेश में उदयपुर अब मेडिकल एजुकेशन हब बनता जा रहा है. इस साल प्रदेश में सबसे ज्यादा मेडिकल एजुकेशन के लिए 1050 सीटें उदयपुर की मेडिकल कॉलेजों को दी गई है. ऐसा पहली बार होगा कि उदयपुर के सभी छह मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटों के लिए प्रवेश दिया जाएगा.

सबसे ज्यादा 1050 मेडिकल सीट उदयपुर में
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Published : Jun 26, 2019, 12:46 PM IST

उदयपुर. राजस्थान की राजधानी भले ही जयपुर हो लेकिन उदयपुर राजस्थान में मेडिकल एजुकेशन हब बनता जा रहा है. इस साल प्रदेश में सबसे ज्यादा मेडिकल एजुकेशन के 1050 सीट पर दाखिले उदयपुर में होंगे. जल्द ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने वाली है और प्रदेशभर में सबसे ज्यादा मेडिकल सीटे उदयपुर की मेडिकल कॉलेजों को दी गई है.

सबसे ज्यादा 1050 मेडिकल सीट उदयपुर में

सवर्णों को 10% आरक्षण देने का फैसला जिले के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है. उदयपुर में इस बार 1050 मेडिकल सीटों पर दाखिला होगा जो कि राजस्थान में सबसे अधिक है. बता दें कि नीट 2019 का परिणाम जारी हो गया है. ऐसे में अब जल्द ही प्रदेश भर के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. उदयपुर के बाद जयपुर में 850 सीटों पर प्रवेश होगा.

ऐसा पहली बार होगा जब उदयपुर में सभी छह मेडिकल कॉलेज की एक साथ 1050 सीटों पर एमबीबीएस छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा. दूसरे नंबर पर जयपुर के कॉलेजों में 850 सीटों पर प्रवेश होगा. प्रदेश में सिर्फ उदयपुर और जयपुर ही दो शहर है जहां निजी मेडिकल कॉलेजों को भी एमबीबीएस कराने की मान्यता या अनुमति है इसके अतिरिक्त सभी शहरों में सिर्फ सरकारी मेडिकल कॉलेजों को ही यह कोर्स कराने की अनुमति है.

बता दें कि इस बार उदयपुर के सभी छह मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटों के लिए प्रवेश दिया जाएगा. इस वर्ष उदयपुर के मेडिकल कॉलेजों को अलग-अलग संख्या में एमसीआई से मान्यता और अनुमति मिली है. हाल ही में एमसीआई ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज और पेसिफिक मेडिकल कॉलेज को डेढ़ सौ सीटों की मान्यता दी है जबकि पेसिफिक इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और अमेरिकन इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस को भी इस वर्ष डेढ़ सौ सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिली है. ऐसे में गीतांजलि कॉलेज में 250 सीट, पेसिफिक कॉलेज भीलो का बेदला में डेढ़ सौ सीट, आरएनटी मेडिकल कॉलेज में दो सौ सीट, अनंता मेडिकल कॉलेज में डेढ़ सौ सीट, अमेरिकन इंस्टीट्यूट में डेढ़ सौ सीट और पेसिफिक कॉलेज उमराणा में डेढ़ सौ सीटों पर प्रवेश होगा.

उदयपुर के बाद जयपुर के पास कॉलेज में 850 सीटों पर प्रवेश होना है. इनमें एसएमएस मेडिकल कॉलेज में 250, महात्मा गांधी कॉलेज में डेढ़ सौ, निम्स यूनिवर्सिटी में डेढ़ सौ, जेएनयू में डेढ़ सौ और आर यू एच एस में डेढ़ सौ सीटों सहित कुल 850 सीटों पर प्रवेश होगा. वहीं जोधपुर और बीकानेर के मेडिकल कॉलेज में 250 और अजमेर और कोटा के मेडिकल कॉलेज में डेढ़ सौ सीटों पर प्रवेश होगा. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि राजस्थान में उदयपुर मेडिकल एजुकेशन हब बनता जा रहा है.

उदयपुर. राजस्थान की राजधानी भले ही जयपुर हो लेकिन उदयपुर राजस्थान में मेडिकल एजुकेशन हब बनता जा रहा है. इस साल प्रदेश में सबसे ज्यादा मेडिकल एजुकेशन के 1050 सीट पर दाखिले उदयपुर में होंगे. जल्द ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने वाली है और प्रदेशभर में सबसे ज्यादा मेडिकल सीटे उदयपुर की मेडिकल कॉलेजों को दी गई है.

सबसे ज्यादा 1050 मेडिकल सीट उदयपुर में

सवर्णों को 10% आरक्षण देने का फैसला जिले के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है. उदयपुर में इस बार 1050 मेडिकल सीटों पर दाखिला होगा जो कि राजस्थान में सबसे अधिक है. बता दें कि नीट 2019 का परिणाम जारी हो गया है. ऐसे में अब जल्द ही प्रदेश भर के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. उदयपुर के बाद जयपुर में 850 सीटों पर प्रवेश होगा.

ऐसा पहली बार होगा जब उदयपुर में सभी छह मेडिकल कॉलेज की एक साथ 1050 सीटों पर एमबीबीएस छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा. दूसरे नंबर पर जयपुर के कॉलेजों में 850 सीटों पर प्रवेश होगा. प्रदेश में सिर्फ उदयपुर और जयपुर ही दो शहर है जहां निजी मेडिकल कॉलेजों को भी एमबीबीएस कराने की मान्यता या अनुमति है इसके अतिरिक्त सभी शहरों में सिर्फ सरकारी मेडिकल कॉलेजों को ही यह कोर्स कराने की अनुमति है.

बता दें कि इस बार उदयपुर के सभी छह मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटों के लिए प्रवेश दिया जाएगा. इस वर्ष उदयपुर के मेडिकल कॉलेजों को अलग-अलग संख्या में एमसीआई से मान्यता और अनुमति मिली है. हाल ही में एमसीआई ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज और पेसिफिक मेडिकल कॉलेज को डेढ़ सौ सीटों की मान्यता दी है जबकि पेसिफिक इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और अमेरिकन इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस को भी इस वर्ष डेढ़ सौ सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिली है. ऐसे में गीतांजलि कॉलेज में 250 सीट, पेसिफिक कॉलेज भीलो का बेदला में डेढ़ सौ सीट, आरएनटी मेडिकल कॉलेज में दो सौ सीट, अनंता मेडिकल कॉलेज में डेढ़ सौ सीट, अमेरिकन इंस्टीट्यूट में डेढ़ सौ सीट और पेसिफिक कॉलेज उमराणा में डेढ़ सौ सीटों पर प्रवेश होगा.

उदयपुर के बाद जयपुर के पास कॉलेज में 850 सीटों पर प्रवेश होना है. इनमें एसएमएस मेडिकल कॉलेज में 250, महात्मा गांधी कॉलेज में डेढ़ सौ, निम्स यूनिवर्सिटी में डेढ़ सौ, जेएनयू में डेढ़ सौ और आर यू एच एस में डेढ़ सौ सीटों सहित कुल 850 सीटों पर प्रवेश होगा. वहीं जोधपुर और बीकानेर के मेडिकल कॉलेज में 250 और अजमेर और कोटा के मेडिकल कॉलेज में डेढ़ सौ सीटों पर प्रवेश होगा. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि राजस्थान में उदयपुर मेडिकल एजुकेशन हब बनता जा रहा है.

Intro:राजस्थान की राजधानी भले ही जयपुर हो लेकिन उदयपुर राजस्थान में मेडिकल एजुकेशन हब बनता जा रहा है जी हां इस साल प्रदेश में सबसे ज्यादा मेडिकल एजुकेशन के 1050 सीट पर दाखिले उदयपुर में होंगे पेश है एक रिपोर्ट


Body:सवर्णों को 10% आरक्षण देने का फैसला राजस्थान के उदयपुर के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है जी हां राजस्थान के उदयपुर में इस बार 1050 मेडिकल सीटों पर दाखिला होगा जो कि राजस्थान में सबसे अधिक है बता दें कि नीट 2019 का परिणाम जारी हो गया है ऐसे में अब जल्द ही प्रदेश भर के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी मगर इस वर्ष नीट के लिए होने वाले प्रवेश में प्रदेश में सबसे ज्यादा 1050 सीटों पर प्रवेश उदयपुर में ही होंगे उदयपुर के बाद जयपुर में 850 सीटों पर प्रवेश होगा
ऐसा पहली बार होगा जब उदयपुर में सभी छह मेडिकल कॉलेज की एक साथ 1050 सीटों पर एमबीबीएस छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा दूसरे नंबर पर जयपुर के पास कॉलेजों में 850 सीटों पर प्रवेश होगा प्रदेश में सिर्फ उदयपुर और जयपुर ही दो शहर है जहां निजी मेडिकल कॉलेजों को भी एमबीबीएस कराने की मान्यता या अनुमति है इसके अतिरिक्त सभी शहरों में सिर्फ सरकारी मेडिकल कॉलेजों को ही यह कराने की अनुमति है
आपको बता दें कि इस बार उदयपुर के सभी छह मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटों के लिए प्रवेश दिया जाएगा इस वर्ष उदयपुर के मेडिकल कॉलेजों को अलग-अलग संख्या में एमसीआई से मान्यता और अनुमति मिली है हाल ही में एमसीआई ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज और पेसिफिक मेडिकल कॉलेज को डेढ़ सौ सीटों की मान्यता दी है जबकि पेसिफिक इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और अमेरिकन इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस को भी इस वर्ष डेढ़ सौ सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिली है ऐसे में गीतांजलि कॉलेज में 250 सीट, पेसिफिक कॉलेज भीलो का बेदला में डेढ़ सौ सीट, आरएनटी मेडिकल कॉलेज में दो सौ सीट, अनंता मेडिकल कॉलेज में डेढ़ सौ सीट, अमेरिकन इंस्टीट्यूट में डेढ़ सौ सीट और पेसिफिक कॉलेज उमराणा में डेढ़ सौ सीटों पर प्रवेश होगा


Conclusion:उदयपुर के बाद जयपुर के पास कॉलेज में 850 सीटों पर प्रवेश होना है इनमें एसएमएस मेडिकल कॉलेज में 250 महात्मा गांधी कॉलेज में डेढ़ सौ निम्स यूनिवर्सिटी में डेढ़ सौ जेएनयू में डेढ़ सौ और आर यू एच एस में डेढ़ सौ सीटों सहित कुल 850 सीटों पर प्रवेश होगा वही जोधपुर और बीकानेर के मेडिकल कॉलेज में 250 और अजमेर और कोटा के मेडिकल कॉलेज में डेढ़ सौ सीटों पर प्रवेश होगा ऐसे में यह कहना गलत नहीं कि राजस्थान में उदयपुर मेडिकल एजुकेशन हब बनता जा रहा है

बाइट - लाखन पोसवाल सीनियर प्रोफेसर आरएनटी मेडिकल कॉलेज
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