उदयपुर. राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने लोकसभा के बजट सत्र के दौरान महाराणा प्रताप सर्किट विकसित करने की मांग उठाई है. आसन के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए दीया कुमारी ने एक बार फिर से प्रताप सर्किट विकसित करने की मांग रखी है.
नियम 377 के तहत बोलते हुए सांसद दीया कुमारी ने कहा कि परम प्रतापी वीर योद्धा महाराणा प्रताप मेवाड़ एवं राजस्थान के ही नहीं बल्कि पूरे भारतवर्ष के लिए पूजनीय हैं. मेवाड़ में आने वाला हर पर्यटक महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़े स्थलों का दर्शन लाभ लेना चाहता है और उनके जीवन में हुए संघर्षों को समझना चाहता है. सांसद ने कहा कि राजसमंद संसदीय क्षेत्र में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़े कुम्भलगढ़, हल्दीघाटी और दिवेर दुर्ग सहित बहुत से स्थल आते हैं.
केन्द्र सरकार विभिन्न सर्किटों के माध्यम से पर्यटन एवं दर्शनीय स्थलों को विकसित करा रही है. इसी तर्ज पर महाराणा प्रताप और मेवाड़ के अन्य शूरवीरों से सम्बंधित त्याग, बलिदान, उनकी जन्मस्थली-कर्मस्थली, वहां के गढ़ों, किलों, धरोहरों एवं पवित्र रणभूमि हल्दीघाटी जैसे स्थलों को प्रताप सर्किट के रूप में विकसित किया जा सकता है. सांसद दीया ने सदन के माध्यम से सरकार से मांग करते हुए कहा कि मेवाड़ क्षेत्र के विकास एवं हमारे राष्ट्रीय प्रतीक के मूल्यों के सम्मान के लिए प्रताप सर्किट के रूप में योजना बनाकर महाराणा प्रताप से सम्बंधित विभिन्न स्थलों को विकसित किया जाए.
गौरतलब है कि भीलवाड़ा में भगवान देवनारायण की जन्मस्थली को लेकर भी इसी तरह की मांग की जाती रही है. हाल ही में जब पीएम मोदी यहां पहुंचे, तो उम्मीद जताई गई थी कि इसे भी सर्किट के रूप में विकसित करने की घोषणा की जाएगी. हालांकि पीएम ने यहां आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुए ऐसी कोई घोषणा नहीं की. इस पर कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार को कोसा था.