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राज्यपाल कटारिया ने किया बैंडीकूट रोबोट का लोकार्पण, अब स्वदेशी रोबोट करेंगे मैनहोल की सफाई

उदयपुर को भारत में निर्मित दो बैंडीकूट रोबोट मिले हैं. असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने इनका लोकार्पण किया. अब सीवर मैनहोल की सफाई इन रोबोट के माध्यम से की जा सकेगी.

2 Bandicoot robots to Udaipur for manhole cleaning
बैंडीकूट रोबोट का लोकार्पण
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 14, 2024, 6:52 PM IST

Updated : Jan 14, 2024, 10:58 PM IST

अब सीवर मैनहोल की सफाई बैंडीकूट रोबोट से

उदयपुर. नगर निगम उदयपुर को राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना अंतर्गत सीवर मैनहोल की सफाई के लिए दो बैंडीकूट रोबोट प्राप्त हुए हैं. इनका लोकार्पण रविवार को असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने किया. नगर निगम गैराज समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 80 लाख रुपए की लागत के राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना अंतर्गत दो बेंडीकूट रोबोट उपलब्ध कराए गए हैं.

नगर निगम उपमहापौर पारस सिंघवी ने बताया कि नगर निगम को प्राप्त हुए रोबोट पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित हैं. यह रोबोट शहर की गहरी सीवर मैनहोल को साफ करने के प्रमुख उपकरण साबित होंगे. वर्तमान में सरकार के निर्देशानुसार सफाई श्रमिक को मैनहोल में उतारने के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया है. जिसके कारण या तो मैनहोल पूरी तरह कार्य नहीं कर रहे हैं या जाम की स्थिति में हैं. ऐसे मैनहोल पर इन रोबोट के माध्यम से सफाई कार्य संपन्न करवाए जायेंगे. जिससे अल्प समय में बिना किसी नुकसान के ज्यादा काम किया जा सकेगा.

पढ़ें: जयपुर में रोबोट से होगी मैनहोल की सफाई, प्रयोग सफल रहने पर प्रदेश भर में लागू होगा प्रोजेक्ट

स्वच्छता को लेकर कटारिया ने की नाराजगी व्यक्त: रविवार को नगर निगम बोर्ड बैठक हॉल में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने रोबोट के लोकार्पण अवसर पर शहर में सफाई व्यवस्था और स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नाराजगी व्यक्त की. कटारिया ने नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश को इस और विशेष ध्यान देने के लिए कहा और सुझाव दिया कि या तो शहर में फिर से कचरा पात्र रखवा दिए जाएं या फिर दिन में दो से तीन बार सफाई व्यवस्था की जाए. जिससे शहर की सड़कों पर कचरा पड़ा हुआ नहीं मिले. इस पर आयुक्त ने राज्यपाल कटारिया को पूरी तरह आश्वस्त किया कि जल्द ही शहर में सफाई व्यवस्था में हो रही कमी के प्रमुख कारणों को चिन्हित किया जाएगा एवं हर समस्या का समाधान निकाला जाएगा.

पढ़ें: Special : आवश्यकता आविष्कार की जननी : सीवरेज क्लीनिंग का माध्यम बन सकता है रोबोट

8 मीटर की गहराई तक कार्य करने में सक्षम हैं रोबोट: नगर निगम अधिशासी अभियंता (यांत्रिक) लखन लाल बैरवा ने बताया कि बैंडिकूट रोबोट मैनहोल में उतरकर गंदगी साफ करने जैसे कार्य करने के लिए उपयोग में लिया जाएगा. यह सीवर मैनहोल को साफ करने के लिए मानव निर्मित रोबोट है जो बिल्कुल मानव जैसे कार्य करता है. इस रोबोट में रोबोटिक पैर, रोबोटिक भुजाएं, नाइट विजन इंफ्रारेड कैमरा, गैस सेंसर और रोबोटिक बाल्टी है. यह सिवर मैन हॉल के अन्दर 8 मीटर गहराई तक 12 लीटर क्षमता की बकेट से जो 125 किलो वजन तक कोई भी हार्डरॉक, स्लज, सिल्क, नॉन बायोडिग्रेडेबल वेस्ट आदि को बाहर निकालने का कार्य करेगा. यह रोबोट मैनहोल के अन्दर पाई जाने वाली गैस (मीथेन, कार्बन मोनो ऑक्साइड, हाइड्रोजन, सल्फाइड और अमोनिया आदि) का भी पता लगाने में सक्षम है.

अब सीवर मैनहोल की सफाई बैंडीकूट रोबोट से

उदयपुर. नगर निगम उदयपुर को राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना अंतर्गत सीवर मैनहोल की सफाई के लिए दो बैंडीकूट रोबोट प्राप्त हुए हैं. इनका लोकार्पण रविवार को असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने किया. नगर निगम गैराज समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 80 लाख रुपए की लागत के राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना अंतर्गत दो बेंडीकूट रोबोट उपलब्ध कराए गए हैं.

नगर निगम उपमहापौर पारस सिंघवी ने बताया कि नगर निगम को प्राप्त हुए रोबोट पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित हैं. यह रोबोट शहर की गहरी सीवर मैनहोल को साफ करने के प्रमुख उपकरण साबित होंगे. वर्तमान में सरकार के निर्देशानुसार सफाई श्रमिक को मैनहोल में उतारने के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया है. जिसके कारण या तो मैनहोल पूरी तरह कार्य नहीं कर रहे हैं या जाम की स्थिति में हैं. ऐसे मैनहोल पर इन रोबोट के माध्यम से सफाई कार्य संपन्न करवाए जायेंगे. जिससे अल्प समय में बिना किसी नुकसान के ज्यादा काम किया जा सकेगा.

पढ़ें: जयपुर में रोबोट से होगी मैनहोल की सफाई, प्रयोग सफल रहने पर प्रदेश भर में लागू होगा प्रोजेक्ट

स्वच्छता को लेकर कटारिया ने की नाराजगी व्यक्त: रविवार को नगर निगम बोर्ड बैठक हॉल में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने रोबोट के लोकार्पण अवसर पर शहर में सफाई व्यवस्था और स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नाराजगी व्यक्त की. कटारिया ने नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश को इस और विशेष ध्यान देने के लिए कहा और सुझाव दिया कि या तो शहर में फिर से कचरा पात्र रखवा दिए जाएं या फिर दिन में दो से तीन बार सफाई व्यवस्था की जाए. जिससे शहर की सड़कों पर कचरा पड़ा हुआ नहीं मिले. इस पर आयुक्त ने राज्यपाल कटारिया को पूरी तरह आश्वस्त किया कि जल्द ही शहर में सफाई व्यवस्था में हो रही कमी के प्रमुख कारणों को चिन्हित किया जाएगा एवं हर समस्या का समाधान निकाला जाएगा.

पढ़ें: Special : आवश्यकता आविष्कार की जननी : सीवरेज क्लीनिंग का माध्यम बन सकता है रोबोट

8 मीटर की गहराई तक कार्य करने में सक्षम हैं रोबोट: नगर निगम अधिशासी अभियंता (यांत्रिक) लखन लाल बैरवा ने बताया कि बैंडिकूट रोबोट मैनहोल में उतरकर गंदगी साफ करने जैसे कार्य करने के लिए उपयोग में लिया जाएगा. यह सीवर मैनहोल को साफ करने के लिए मानव निर्मित रोबोट है जो बिल्कुल मानव जैसे कार्य करता है. इस रोबोट में रोबोटिक पैर, रोबोटिक भुजाएं, नाइट विजन इंफ्रारेड कैमरा, गैस सेंसर और रोबोटिक बाल्टी है. यह सिवर मैन हॉल के अन्दर 8 मीटर गहराई तक 12 लीटर क्षमता की बकेट से जो 125 किलो वजन तक कोई भी हार्डरॉक, स्लज, सिल्क, नॉन बायोडिग्रेडेबल वेस्ट आदि को बाहर निकालने का कार्य करेगा. यह रोबोट मैनहोल के अन्दर पाई जाने वाली गैस (मीथेन, कार्बन मोनो ऑक्साइड, हाइड्रोजन, सल्फाइड और अमोनिया आदि) का भी पता लगाने में सक्षम है.

Last Updated : Jan 14, 2024, 10:58 PM IST
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