उदयपुर. जिले के गोर्वधनविलास थाना क्षेत्र के बारापाल में 20 नवंबर को हत्या के बाद शव मिलने के मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया (4 arrested in taxi driver murder case in Udaipur) है. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने लूट के इरादे से ड्राइवर की हत्या की थी. उनकी योजना थी पहले लूट की जाए और फिर गाड़ी को बेच दिया जाए. उनकी योजना तो सफल रही, लेकिन पुलिस की गिरफ्त से खुद को बचा नहीं पाए.
इस मामले को लेकर एडिशनल एसपी कुंदन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आरोपियों ने लूट की नीयत से टैक्सी ड्राइवर की हत्या की थी. आरोपियों ने प्लानिंग बनाई थी कि रोड पर पहली निकलने वाली गाड़ी को लूटा जाएगा. इसके बाद ड्राइवर के साथ मारपीट कर गाड़ी को बेच दिया जाएगा. पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनसे पुलिस कड़ी पूछताछ में लगी है.
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एएसपी कुंदन कुवारिया ने बताया कि 18 और 19 नवंबर को उस रूट के सीसीटीवी चेक किए, तो कार में 4 युवक बैठे नजर आए. मुख्य आरोपी कन्हैयालाल उर्फ कन्नू ने कुलदीप सिंह और एक अन्य युवक के साथ वारदात का प्लान बनाया था. तीनों आरोपी फलासिया से गाड़ी को स्पेशल किराए पर लेकर हाफिज संग कार से रवाना हो गए. नाई के पास पावाबावजी रोड पर आरोपियों ने टॉयलेट का बहाना कर गाड़ी रूकवाई और नीचे उतरे.
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इसी दौरान कार में पीछे बैठे कन्हैयालाल ने हाफिज को तीन गोली मारी. इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए वे टोल नाकों से बचते हुए बारापाल के पास पहुंचे. जहां उन्होंने एक अंडरपास के पास शव को फेंक दिया, ताकि शव तक कई दिनों तक कोई पहुंच नहीं सके. इसके बाद आरोपी उसी कार को गुजरात के भिलोड़ा ले गए. उन्होनें वहां मनीष मीणा की मध्यस्ता से विजय और अनिल को 80 हजार रुपए में कार बेच दी.