टोंक. जिले की चार विधानसभा सीटों के लिए रविवार को हुई मतगणना के परिणामों में कांग्रेस ने टोंक और उनियारा-देवली में जीत हासिल की है. वहीं, भाजपा ने मालपुरा-टोडारायसिंह और निवाई में जीत दर्ज की है. इस बीच कुछ रिवाज जिले में बदल गए तो कुछ नए आयाम भी स्थापित हुए.
पिछले 30 सालों से टोंक और देवली से जिस भी पार्टी की सीट आई, उस पार्टी ने प्रदेश में सरकार बनाई. ये रिवाज लगातार चली आ रही थी, लेकिन ये रिवाज इस चुनाव में बदल गई. टोंक में कांग्रेस के सचिन पायलट तो देवली-उनियारा में हरीश चंद्र मीणा चुनाव जीते हैं. वहीं, निवाई की सीट पर ये रिवाज कायम रही. पिछले 30 सालों से सत्ता के साथ निवाई की सीट चली आ रही है. इस सीट पर भाजपा के रामसहाय वर्मा ने कड़े मुकाबले में कांग्रेस प्रत्याशी और वर्तमान विधायक प्रशांत बैरवा को हराया है. इधर, मालपुरा में पिछले 30 सालों से जारी कांग्रेस का सूखा इस बार भी कायम रहा. भाजपा के कन्हैयालाल चौधरी ने यहां से जीत की हैट्रिक लगाई है.
सचिन पायलट टोंक सीट पर लगातार दूसरा चुनाव जीतने वाले तीसरे और कांग्रेस के पहले विधायक बने हैं. वहीं, मालपुरा में भाजपा के कन्हैयालाल चौधरी जिले में पहले ऐसे विधायक बने, जिन्होंने लगातार तीन चुनाव जीते हो. देवली-उनियारा से चुनाव हारे गुर्जर नेता विजय बैंसला के परिवार को टोंक में राजनीति रास नहीं आई. 2009 में कर्नल किरोड़ी बैंसला के नमोनारायण मीणा से सांसद का चुनाव हारने के बाद उनके पुत्र विजय बैंसला भी 2023 में विधायक का चुनाव हरीश चंद्र मीणा से हार गए.
शुरुआत में पिछड़े थे सचिन पायलट : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय टोंक में पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सवेरे 8 बजे से मतगणना शुरू हुई. सचिन पायलट ने शुरुआती पहले-दूसरे चरण में पिछड़ने के बाद जबरदस्त वापसी की और फिर लगातार बढ़त बनाते रहे. पायलट ने भाजपा के अजीत सिंह मेहता को 29 हजार 475 मतों से पराजीत कर टोंक से लगातार दूसरी जीत दर्ज की. सचिन पायलट को कुल 1 लाख 5 हजार 812 वोट मिले.
वहीं, उनियारा-देवली सीट पर कांग्रेस के हरीश चन्द्र मीणा ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करते हुए भाजपा के विजय सिंह बैंसला को 19,175 मतों सें शिकस्त दी. हरीश मीणा को जहां 1 लाख 5 हजार 1 वोट मिले. वहीं, भाजपा के विजय बैंसला को 85 हजार 826 वोट मिले तो टोड़ा-मालपुरा से भाजपा के कन्हैयालाल चौधरी ने जीत की हैट्रिक लगाते हुए कांग्रेस के घांसीलाल चौधरी को निर्दलीय गोपाल गुर्जर से त्रिकोणीय मुकाबले में 16 हजार 189 वोटों से शिकस्त दी. चौधरी को 85 हजार 915 वोट मिले, जबकि घांसी लाल चौधरी को 69 हजार 726 वोट मिले.
2018 में भी हुए थे आमने-सामने : पीपलू-निवाई से भाजपा उम्मीदवार रामसहाय वर्मा ने कांग्रेस के मौजूदा विधायक प्रशान्त बैरवा को 12,941 मतों से हराया है. यहां भाजपा के रामसहाय वर्मा को 92 हजार 775 वोट मिले, वहीं, प्रशान्त बैरवा को 79 हजार 834 वोट मिले. उल्लेखनीय है कि पिछले चुनाव में प्रशांत बैरवा 43 हजार 889 मतों से जीते थे.
बैंसला परिवार को रास नहीं आई टोंक में राजनीति : टोंक की सरजमी पर दिवंगत गुर्जर नेता किरोड़ी लाल बैंसला के परिवार को राजनीति रास नहीं आई. 2009 में सांसद का चुनाव नमोनारायण मीणा से हारने वाले गुर्जर नेता किरोड़ी बैंसला के बेटे विजय बैंसला अपने जीवन का पहला चुनाव देवली-उनियारा सीट से हार गए. पिता-पुत्र के लिए टोंक में सियासत करना टेढ़ी खीर सा साबित हुआ. दो भाइयों की जोड़ी के आगे बैंसला परिवार की हार हुई. उल्लेखनीय है कि हरीश चंद्र मीणा और नमोनारायण मीणा दोनों भाई हैं.