टोंक. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत की ओर से 15-20 साल कुछ नहीं होने वाले बयान पर चुटकी ली है. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में कोई स्थिर नहीं है. जनता कब किसका तख्ता पलट दे कोई नहीं कह सकता.
पायलट मंगलवार को टोंक जिले के लाम्बा कला में आयोजित प्रशासन गांव के संग अभियान में शामिल होने आए थे. इस दौरान मीडियाकर्मियों ने जब गहलोत की ओर से हाल में खुद के 15-20 साल कुछ नहीं होने वाले बयान पर सवाल किया तो पायलट ने चुटकी लेते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में कोई स्थिर नहीं है. उन्होंने कृषि ऑडिटोरियम में नगर परिषद टोंक की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भी नेताओ के लोकतांत्रिक व्यवस्था की बात दोहराई.
पायलट ने यूपी के लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन के दौरान हुए हादसे को निंदनीय बताते हुए यूपी सरकार को आड़े हाथों लिया. यूपी सरकार का नाम लेकर इशारों-इशारों में पायलट ने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनमें यह घमंड और अहंकार आ गया कि कि हम जीवन के अंतिम पड़ाव तक सत्ता में बैठे रहेंगे, वो गलत हैं. जनता जब करवट बदलती है तो आदमी को पता नहीं पड़ता क्या हुआ.
सचिन पायलट आज प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत टोंक में लोगों को पट्टे वितरित करने आए थे. इस दौरान पायलट ने राजनीतिक बयानबाजी से दूरी बनाए रखी लेकिन लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने इशारों ही इशारों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष भी कर दिया. सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री का नाम तो नहीं लिया लेकिन उन्होंने कहा कि
हमेशा कोई पद पर नहीं रहता है. यह जनता है जितना समय आप दोगे, सिंहासन पर बैठोगे. जब जनता करवट बदलती है तो इतनी जोर की पलटी देती है कि आदमी को पता ही नहीं पड़ता क्या हो रहा है. पायलट ने यह भी कहा कि लेकिन जिन लोगों के अंदर यह घमंड और अहंकार आ जाता है कि हम जीवन के अंतिम पड़ाव तक सत्ता में बैठे रहेंगे. मै समझता हूं कि वह गलत है.
हालांकि सचिन पायलट ने यह बात यूपी की घटना को लेकर भाजपा की योगी और मोदी सरकार के लिए कहीं, लेकिन इस बयान को पायलट का मुख्यमंत्री गहलोत को उस बयान के जवाब के तौर पर माना जा रहा है जिसमें गहलोत ने कहा था कि अगले 20 साल तक उन्हें कुछ नहीं होने वाला है और अगर कोई इसमें दुखी हो तो वह कुछ नहीं कर सकते. गहलोत ने शांति धारीवाल को फिर से अगली बार कांग्रेस सरकार बनने पर यूडीएच मंत्री का पोर्टफोलियो देते हुए खुद को एक तरीके से अगली बार भी राजस्थान में कांग्रेस का मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया.