टोंक. आरटीडीसी चैयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ सचिन पायलट की विधानसभा टोंक पहुंचे और सचिन पायलट से दूरी वाले कुछ कांग्रेस नेताओ के साथ सर्किट हाउस में बैठक की. उन्होंने सचिन पायलट को लेकर किए सवालों पर चुप्पी साधी और इतना ही कहा कि मुख्यमन्त्री जी अपनी बात कह चुके हैं.
राठौड़ ने टोंक की जर्जर सुनहरी कोठी का औपचारिक अवलोकन किया और इसके बारे में विचार करने की बात कहकर निकल गए. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमा इन दिनों टोंक पर लगातार नजर बनाये हुए है. एक और जहां मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा लगातार टोंक में कार्यक्रम कर रहे हैं. वहीं राठौड़ ने भी टोंक में पायलट से दूरी वाले कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक कर सियासी संदेश देने की कोशिश की है.
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माना जा रहा है कि टोंक जहां से सचिन पायलट विधायक हैं, क्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब वहां भी पायलट के लिए कोई गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहते हैं. यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा पिछले कुछ माह में कई बार टोंक आये हैं और पायलट से दूरी वाले कांग्रेस नेताओं के साथ बैठकें की हैं. वहीं ऐसा ही कुछ धर्मेन्द्र राठौड़ ने किया.
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राठौड़ के लिए टोंक की विश्व प्रसिद्ध सुनहरी कोठी के गेट खुले जहां, कोठी के ऊपर वाला हिस्सा खोला गया. जहां की हालत बेहद खराब है. कोठी की छत भी जर्जर स्थिति में है. निगम अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि वह इसके विकास के लिए हर संभव प्रयास करेंगे, लेकिन कोठी के विकास में आ रही अड़चन को लेकर आरटीडीसी चेयरमैन कुछ स्पष्ट नहीं कर सके. हालांकि पिछले कई सालों से बंद पड़ी सुनहरी कोठी का आरटीडीसी चैयरमेन द्वारा सुध लेने से यह उम्मीद टोंक लो लोगों लो जरूर जगी है कि वीरान पड़ी इस धरोहर सरकार की नजर में तो है.