टोंक. राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता दिलीप इसरानी और पूर्व निवाई नगर पालिका अध्यक्ष हिना इसरानी ने भाजपा कार्यालय पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष भाजपा सतीश पूनिया की मौजूदगी में अपना समर्थन दिया. दिलीप इसरानी के साथ 17 पार्षदों ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं. एनसीपी से पूर्ण बहुमत लेने के बाद दिलीप इसरानी ने भाजपा को समर्थन दिया है.
गौरतलब है कि निवाई नगर पालिका की 35 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी को 9 सीटें और कांग्रेस पार्टी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं एक सीट निर्दलीय के हिस्से में आई थी. वहीं एनसीपी को 17 सीटें मिली थी. बहुमत से एक सीट कम होने की स्थिति में दिलीप इसरानी ने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया.
मौजूदा कांग्रेस विधायक से हैं नाराज
सभी नवनिर्वाचित पार्षद मौजूदा विधायक प्रशांत बैरवा से नाराज हैं. यही कारण है कि कांग्रेस से नाराज होकर एनसीपी का दामन थामा, मगर एक वोट से अपना बोर्ड नहीं बनाने के कारण सभी पार्षदों के साथ दिलीप इसरानी भाजपा में शामिल हो गए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मौजूदा कांग्रेस और एनसीपी के नेता कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों से भी वार्ता करने की खबर सामने आ रही है, मगर वार्ता असफल होने के बाद उन्होंने यह फैसला लिया.
निवाई नगर पालिका भाजपा का है गढ़
आपसी फूट के कारण स्पष्ट बहुमत नहीं ले पाने के बाद भाजपा खेमे में कहीं ना कहीं मायूसी थी, लेकिन एनसीपी नेता दिलीप इसरानी के बीजेपी में शामिल होने के बाद ये मायूसी खुशी की लहर में बदल गई. भाजपा नाराज कांग्रेसी नेताओं के साथ बीजेपी बोर्ड बनाने को तैयार है. बता दें कि निवाई नगर पालिका में इस बार 10 वार्डों को और बढ़ाया गया है. पूर्व में 25 वार्डों पर ही नगर पालिका चुनाव संपन्न हुआ करते थे. इस बार 35 वार्ड चुनाव संपन्न हुए.