निवाई (टोंक). निवाई विधायक प्रशांत बैरवा की अभिशंसा पर राज्य सरकार की ओर से स्वीकृति कृषि महाविद्यालय इसी सत्र में संचालित होगी. इसको लेकर श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर की सर्वे टीम ने विधायक प्रशांत बैरवा के साथ जगह चिन्हित करने के लिए भूमि का निरीक्षण किया.
विधायक प्रशांत बैरवा ने बताया, "विधानसभा क्षेत्रवासियों की मांग पर क्षेत्र में कृषि महाविद्यालय खोलने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखित पत्र दिया था. जिस पर मुख्यमंत्री ने बजट के दौरान निवाई उपखंड क्षेत्र के गांव झिलाय में कृषि महाविद्यालय खोलने की घोषणा की थी. कोरोना के चलते कृषि महाविद्यालय का भवन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया, लेकिन इसी शिक्षा सत्र में कृषि महाविद्यालय संचालित करने के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मांग की. जिस पर उन्होंने स्वीकृति देते हुए सर्वे टीम भेंजी है."
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विधायक ने बताया, "कृषि विश्वविद्यालय की सर्वे टीम ने गांव झिलाय में कृषि महाविद्यालय के लिए भूमि और भवन को चिन्हित किया है. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के नियमानुसार नवसृजित कृषि महाविद्यालय के लिए 30 हेक्टेयर या इससे अधिक भूमि की आवश्यकता होती है. सर्वे टीम ने झिलाय-सिरोही रोड़ पर कृषि महाविद्यालय के लिए 120 भूमि को उपखंड प्रशासन के साथ चिंहित किया है. इसी शिक्षा सत्र में कृषि महाविद्यालय संचालित करने तथा कृषि स्नातक प्रथम वर्ष के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने के लिए सर्वे टीम ने गांव झिलाय में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के खाली पड़े भवन एवं केरोंद मोड़ पर स्थित मॉडल स्कूल का अवलोकन किया."
सर्वे टीम में निदेशक डॉ. एएस बलोदो, डॉ. आरके बागडी और डॉ. बीएन शर्मा ने निरीक्षण कर बताया कि कृषि महाविद्यालय इसी शिक्षा सत्र में शुरू किया जाएगा और कृषि महाविद्यालय का भवन बनने पर वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा. सर्वे टीम ने बताया कि कृषि महाविद्यालय भवन के साथ साथ 120 बीघा भूमि बालिका छात्रावास, बॉयज छात्रावास, अनुसंधान केंद्र, कृषि वैज्ञानिक प्रयोगशाला सहित कृषि पर विभिन्न रिर्सच सेंटर बनाए जाएंगे.