टोंक. युवाओं के लिए नासूर बनते नशे के कारोबार और लत का असर बड़े शहरों से गांवों तक देखने को मिल रहा है. सीआईडी सीबी के साथ मालपुरा पुलिस ने जब टोंक जिले के सांवरिया गांव में एक घर पर छापा मारा तो वंहा घर और खेत में छिपाकर रखा 10 लाख का डोडा पोस्त मिला है और मौके से मादक प्रदार्थ रखने के आरोप में एक आरोपी को पुलिस ने गिरिफ्तार किया है.
जबकि एक अन्य आरोपी मौके से फरार हो गया. जिसकी अब पुलिस को तलाश है. पुलिस को पकड़े गए आरोपी से नशे के कारोबार में जुड़े और लोगों के बारे में जानकारियां मिलने की उम्मीद है. जिससे पूरे नेटवर्क पर कार्रवाई हो सके.
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क्या टोंक के गांवों में मादक पदार्थो की तस्करी बढ़ रही है...
जिले के गांव सांवरिया में जयपुर से पुख्ता जानकारी के साथ आई सीआईडी सीबी की 5 सदस्यीय टीम ने जितेन्द्र अगवानी के नेतृत्व में लाम्बा हरिसिंह पुलिस को अपने साथ लेकर जब संवारिया गांव में एक घर पर छापा मारा. इस दौरान लगभग 271 किलो डोडा पोस्त और पाउडर कट्टो में छिपाकर रखा हुआ मिला. जो कि घर और खेत में रखा हुआ था.
इस मामले में पुलिस ने घासीराम चौधरी को गिरिफ्तार किया है. जबकि एक अन्य संदिग्ध आरोपी जसराज चौधरी की पुलिस को तलाश है. पकड़े गए मादक पदार्थों की बाजार कीमत लगभग 10 लाख रुपये है. पुलिस अब इस मामले में जांच का दायरा बढ़ा रही है. जिससे इनके नेटवर्क को तोड़ा जा सके.
मालपुरा सर्किल में नशे के कारोबार पर यह कार्रवाई और लाखों का माल एक गांव में मिलना यह दर्शाता है कि अब गांवों से नशे का कारोबार शहरों में सप्लाई हो रहा है और राजस्थान पुलिस सीआईडी सीबी के सहयोग से नशे के कारोबार को खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ रही है.
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संवारीया गांव में डोडा पोस्त मिलना और बड़ी मात्रा में मिलना पुलिस के आंख कान खोलने के लिए काफी है. अब पुलिस को स्थानीय स्तर पर भी कड़े कदम उठाकर नासूर बनते नशे के कारोबार की कमर तोड़ने की दिशा में काम करना होगा और खुद को साबित करना होगा.