टोंक. जिले के दूनी तहसील के ग्राम भाणोली में किसान परिवार के बेटे दिग्विजय सिंह चौधरी (Digvijay Singh Chowdhary) का भारतीय सेना (Indian Army) में लेफ्टिनेंट पद (lieutenant rank) पर चयन हुआ है. जहां इसकी सूचना मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई. ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी (Officer Training Academy) चेन्नई की पासिंग ऑउट परेड में दिग्विजय सिंह चौधरी को बैज लगाया गया.
दिग्विजय सिंह चौधरी ने यहां अपने पिता किशन लाल चौधरी जो भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारी है, उनके सितारें अपने कंधों पर लगाएं और परिवार की दूसरी पीढ़ी की भारतीय सेना अधिकारी के रूप में शुरुआत की. गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह के दादा रामलाल पटेल सरपंच तो पिता किशन लाल भारतीय सेना में अधिकारी रह चुके है वही भाई देवेन्द्र सिंह भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service)(आईएएस) अधिकारी है.
मजदूर संघ टोंक के जिलाध्यक्ष राजाराम लालावत ने बताया कि दिग्विजय सिंह दूनी तहसील की बड़ौली पंचायत के छोटे से गांव भाणोली का है, जिसने अपने दादाजी का सपना सच कर दिखाया है. वहीं रामलाल पटेल ने कहा कि मेरे पौत्र ने मुझे ही नहीं पूरे गांव, जिले का भी नाम गौरवान्वित किया है. इधर, लेफ्टिनेंट पद पर चयन होने के बाद दिग्विजय सिंह के घर बधाई देने वाले परिजनों एवं ग्रामीणों का तांता लगा रहा.
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अक्षि पूगंलिया का पायलट पद पर चयन
चित्तौड़गढ़ शहर के शिव कुमार और हेमा पूगंलिया की सुपुत्री अक्षि पूगंलिया (akshay pooganlia) ने माहेश्वरी समाज का नाम ही नहीं बल्कि पूरे चित्तौडगढ़ जिले का नाम गौरवान्वित किया है. उसका 20 वर्ष की आयु में पायलट पद (pilot post) के लिए चयन हुआ है.
जिला माहेश्वरी युवा संगठन के जिलाध्यक्ष प्रदीप लढ़ा ने बताया कि अक्षि ने प्रथम प्रयास में ही मात्र 20 वर्ष की आयु में पायलट का कोर्स पूर्ण कर लिया है. निकट भविष्य में अब वह आगामी परीक्षा देकर किसी भी प्रतिष्ठित कम्पनी में पायलट की नौकरी प्रारम्भ करेगी.