श्रीगंगानगर: अनूपगढ़ को जिला रद्द करने के बाद स्थानीय जनता का आक्रोश उभरकर सामने आ रहा है. रविवार को नेशनल हाइवे नंबर 911 पर विरोध कर रहे लोगों ने जाम लगा दिया. इस दौरान गंगानगर से सांसद कुलदीप इंदौरा मौके पर पहुंचे और भाजपा सरकार के इस निर्णय को द्वेषपूर्ण करार दिया. सांसद कुलदीप इंदौरा ने कहा कि भाजपा ने हमेशा तोड़ने का काम किया है, जबकि कांग्रेस ने जोड़ने का. अनूपगढ़ जिला बनने से लोगों के सपने साकार हो रहे थे, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे खत्म कर दिया. उन्होंने भाजपा सरकार के निर्णय को अनूपगढ़ और रायसिंहनगर में कांग्रेस विधायकों के कारण बदले की भावना से प्रेरित बताया.
उधर विधायक शिमला नायक ने भाजपा नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा, 'पूर्व विधायक संतोष बावरी ने मुख्यमंत्री के निर्णय पर चुप्पी साध रखी है, जिससे साफ है कि इन नेताओं को अनूपगढ़ की जनता से कोई सरोकार नहीं है. डीग जिले को यथावत रखा गया, जबकि भरतपुर से यह 30-35 किलोमीटर दूर है. वहीं, अनूपगढ़ श्रीगंगानगर से 225-250 किलोमीटर दूर है, फिर भी इसे रद्द कर दिया गया. यह फैसला भाजपा की अनूपगढ़ के प्रति द्वेष भावना को दिखाता है.'
नेशनल हाइवे का जाम और आगे की रणनीति: जाम के बाद प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर समझाइश की, जिसके बाद हाइवे खोल दिया गया. हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की है कि सोमवार सुबह 11 बजे अनूपगढ़ जिला कलेक्ट्रेट का घेराव होगा. अनूपगढ़ जिले का दर्जा रद्द होने के बाद रावला और घड़साना में भी बैठकों का दौर जारी है. सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने अनिश्चितकालीन बंद और बड़े स्तर पर प्रदर्शन की योजना बनाई है.