टोंक. पंचायती राज चुनावों को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां पूरी तरह से चुनावी मैदान में कूद पड़ी हैं. एक तरफ जहां भाजपा के नेता अपने कार्यकर्ताओं की ताबड़तोड़ बैठक कर अपना दावा मजबूत कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सत्ता पक्ष कांग्रेस भी अब पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है.
बात की जाए पूर्व डिप्टी सीएम और टोंक विधायक सचिन पायलट के गढ़ की तो यहां पंचायती राज चुनाव पायलट की साख का सवाल बन गया है. यहां सचिन पायलट किसी भी सूरतेहाल में पंचायत समितियों और जिला परिषद के ज्यादा से ज्यादा वार्डो में अपना परचम लहरा कर कांग्रेस आलाकमान के सामने अपना दावा मजबूत करने की कोशिश करेंगे.
ऐसे में पंचायती राज चुनावों में टोंक जिले का चुनाव प्रभारी पायलट के खासम खास माने जाने वाले कांग्रेस नेता मुरारीलाल मीणा को बनाया गया है. प्रभारी बनाए जाने के बाद मीणा मंगलवार को पहली बार टोंक दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने एक निजी मैरिज गार्डन में कांग्रेस के जिला पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते हुए टोंक जिले की चुनावी तैयारियों का फीडबैक लिया. साथ ही इस दौरान उन्होंने ब्लॉक स्तरीय पद अधिकारियों से वन-टू-वन मुलाकात की और पार्टी के अंदरखाने चल रही वर्चस्व की लड़ाई और गुटबाजी के साथ पुराने गिले शिकवों को दूर कर पंचायती राज चुनावों मे जीत दिलाने का मंत्र दिया.
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टोंक में मीडिया से मुखातिब होते हुए मुरारीलाल मीणा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. जिसे पूरा करने में वो कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, साथ ही उन्होंने कहा कि टोंक जिले में 7 पंचायत समितियों ओर जिला परिषद के सभी 25 वार्डों में योग्य और जिताऊ उम्मीदवारों को ही पार्टी प्रत्याशी बनाया जाएगा. साथ ही योग्य उम्मीदवारों के चयन को लेकर स्थानीय पद अधिकारियों का फीडबैक और आपसी सलाह को भी महत्व दिया जाएगा.