श्रीगंगानगर. पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे विकास WSP श्रमिकों की आर्थिक तंगी के चलते अब हिम्मत दम तोड़ने लगी है. विकास डब्ल्यू एसपी श्रमिकों को लंबे समय से वेतन न मिलने के चलते आर्थिक तंगी से परेशान होकर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना शुरू कर रखा है. जिला कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन श्रमिकों की सुनवाई नहीं होने से निराश इन श्रमिकों ने अब मौत को गले लगाना शुरू कर दिया है. बुधवार रात को विकास डब्लयू एसपी के एक कर्मचारी ने फैक्ट्री में ही फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. रीको औद्योगिक क्षेत्र में विकास डब्ल्यू एसपी में हुआ यह हादसा कर्मचारियों में बेचैनी पैदा कर दिया है.
बता दें, लालगढ़ जाटान निवासी श्रमिक हनुमान सुथार का शव फैक्ट्री में डीजी रूम में फंदे पर झूलते मिला. मजदूरों को जैसे ही घटना का पता लगा तो वे बड़ी संख्या में फैक्ट्री जा पहुंचे. मजदूरों ने फैक्ट्री मालिक, पूर्व विधायक कामिनी जिंदल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. घटना के बाद मौके पर सदर थाना पुलिस पहुंची. पुलिस ने मजदूरों से समझाइश के प्रयास भी किए, लेकिन मजदूर और उग्र हो गए. हालात तनावपूर्ण देखते हुए रात को एसडीएम मौके पर पहुंचे और मजदूरों को समझाया.
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बताया जा रहा है कि मृतक की तीन बेटी एक बेटा है. विकास डब्ल्यू एसपी यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि जब तक प्रशासन बकाया वेतन के विवाद को नहीं सुलझा देता तब तक श्रमिक हनुमान के शव को घटना स्थल से नहीं हटाने देंगे. घटना के बाद श्रमिकों का गुस्सा इस कदर नजर आया कि पुलिस को फैक्ट्री के अंदर नहीं जाने दिया. श्रमिकों का कहना है कि जब तक श्रमिक के परिवार को उसका बकाया वेतन और मुआवजा नहीं मिलता, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया जाएगा.
विकास डब्ल्यू एसपी यूनियन पदाधिकारियों की माने तो वे कलेक्ट्रेट के आगे पिछले 24 दिन से धरने पर अपनी बकाया वेतन सहित विभिन्न मांगों को लेकर बैठे हैं, लेकिन जिला प्रशासन ने अभी तक उनकी सुध नहीं ली है. श्रमिकों ने पूर्व में भी कई बार फैक्ट्री एमडी कामिनी जिंदल तक परेशानी पहुंचाई थी, लेकिन एक बार भी उन्होंने यह जानने का प्रयास नहीं किया कि वे श्रमिक बिना वेतन कैसे घर चला रहे हैं.
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जानकारी के मुताबिक श्रमिक हनुमान सुथार ने भी आर्थिक तंगी के चलते यह कदम उठाया है. यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि श्रमिक हनुमान वेतन नहीं मिलने से कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान था. उसकी बेटी की शादी अप्रैल में तय कर रखी है. वह अन्य दिनों की तरह फैक्ट्री में ड्यूटी पर आया था जहां वेतन मांगा तो जवाब मिला कि मामला कोर्ट में है. न्यायालय के निर्णय के बाद ही वेतन मिलेगा. इससे हनुमान मानसिक तनाव में आ गया और फैक्ट्री के डीजी रूम में जा कर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद से ही विकास डब्ल्यू एसपी श्रमिक बड़ी संख्या में घटनास्थल के पास मौजूद हैं. वहीं मौके पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे हुए हैं.