श्रीगंगानगर. जिला मुख्यालय की नई धान मंडी में सरकारी खरीद के गेहूं के कट्टों का उठाव अभी भी अपेक्षित गति नहीं पकड़ पाया है. जिसके चलते धान मंडी में गेहूं के कट्टे जगह-जगह अटे हुए हैं. मंडी में लगातार उठाव नहीं होने से कई ब्लॉकों में कटे अभी भी बड़ी संख्या में रखे हुए हैं. इस बीच कृषि उपज मंडी समिति ने गेहूं के अलावा बाकी कृषि जिंसों की ट्रॉलियों पर लगाई पाबंदी एक बार हटा दी है.
अब गेहूं की ट्रॉलियां निर्धारित संख्या में ही पूर्व की तरह मंगवाई जा सकेगी. यह भी स्पष्ट किया गया है कि गेहूं, सरसों, जौ, चना को मंगवाने के लिए ई-पास की अनिवार्यता बनी रहेगी. धान मंडी में कृषि जिंसों की आवक अधिक होने और सरकारी खरीद के गेहूं का उठाव धीमा होने के कारण अब व्यवस्था बिगड़ने लगी है. मंडी में लगभग ढाई लाख से अधिक बैग सरकारी खरीद की गेहूं के पड़े हैं और एक लाख बैग खरीदी हुई गेहूं के भरे जा रहे हैं.
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इसके अलावा लाखों क्विंटल गेहूं की किसानों ने ढेरियां लगा रखी है और बेचने के लिए नंबर आने का इंतजार कर रहे हैं. एफसीआई के पास मंडी में बारदाना कम पड़ने के कारण गेहूं की खरीद एक बार रोक दी गई थी, लेकिन अब फिर से शुरू कर दी गई है. कच्चा आढ़तिया जिला अध्यक्ष ने बताया कि मंडी में उठाव और तेज किया जाना चाहिए.