श्रीगंगानगर. सीमावर्ती क्षेत्र में विदेशी नागरिकों के पकड़े जाने का मामला (Two foreign nationals were caught) एक बार फिर सामने आया है. दो विदेशी नागरिकों को जिला पुलिस ने अवैध रूप से अंतर्राष्ट्रीय सीमा क्षेत्र (Two Nigerian citizens found near international border) में घूमते हुए पकड़ा है. सभी से पूछताछ की जा रही है.
जोन श्रीगंगानगर के काउंटर सैल में पदस्थापित सहायक निरीक्षक बलदेव सिह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दो नाईजीरियन नागरिक अवैध रूप से बिना वैध दस्तावेजात के केसरीसिहपुर बॉर्डर क्षेत्र (प्रतिबंधित एरिया) के समीप घूम रहे हैं. इस पर जगदीश सिह गोदारा उपनिरीक्षक प्रभारी करणपुर को दोनों नाईजीरियन नागरिकों की तलाश के निर्देश दिए गए. प्रभारी करणपुर ने दोनों विदेशी नागरिकों को बॉर्डर एरिया क्षेत्र में श्रीगंगानगर-करणपुर रोड पर रोकते हुए पूछताछ की.
पूछताछ में दोनों विदेशी नागरिकों से प्रतिबंधित क्षेत्र में वांछित अनुमति पत्र व उनका वैध पासपोर्ट व वीजा मांगने पर उन्होंने अनुमति पत्र व वैध पासपोर्ट वीजा होने से इनकार कर दिया. दोनों विदेशी नागरिकों ने अपनी पहचान और अन्य सूचना देने में भी कोई सहयोग नहीं किया. इस पर दोनों नागरिकों को अग्रिम पूछताछ के लिए विदेशी पंजीयन अधिकारी एवं जोन कार्यालय श्रीगंगानगर लाया गया. यहां पूछताछ में पता चला कि दोनों विदेशी नागरिकों के नाम उमोरू नेल्सन और होप इनाकुमी एसेडेकिमो (Umoru Nelson o Hope Enakume Esedekimo) है. दोनों नाईजीरियन नागरिक हैं.
पूछताछ में सामने आया है कि उमोरू नेल्सन (Umoru Nelson) 2011 में तीन माह के मेडिकल वीजा पर भारत आया था. जिसने वीजा समाप्ति के बाद इसे बढ़ाने के लिए कोई आवेदन नहीं किया और अवैध रूप से भारत में रहने लगा. इसके खिलाफ 2015 में पुलिस थाना नसीराबाद में एक जाली करेंसी का मुकदमा दर्ज हुआ था. इस संबंध में विशिष्ट न्यायालय जयपुर की ओर से 7 साल की कठोर कारावास व आर्थिक जुर्माना से दण्डित किया गया था. उमोरू अपनी सजा को पूरी करके दिसंबर 2021 में जयपुर जेल से रिहा हुआ था.
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पूछताछ में पता चला कि दूसरी विदेशी नागरिका होप इनाकुमी एसेडेकिमो (Hope Enakume Esedekimo) 2016 में तीन महीने के मेडिकल वीजा पर भारत आई थी. वीजा अवधि पार होने के बाद भी नाईजीरियन महिला नहीं गई और अवैध रूप से भारत में रहने लगी.
नाम-पहचान के अलग-अलग दस्तावेज
दोनों विदेशी नागरिकों के पास नाम, पहचान व राष्ट्रीयता के समबन्ध में भिन्न-भिन्न दस्तावेज हैं. जिससे इनकी सही राष्ट्रीयता और पहचान के सम्बन्ध में अग्रिम सत्यापन व जांच की जा रही है. उमोरू के पास इसी नाम से रिपब्लिक ऑफ नाईजिरिया का एक पासपोर्ट है व Motsepe Lgosi Tlhopan के नाम से रिपब्लिक ऑफ साउथ अफ्रीका का भी एक पास्पोर्ट है. इसी प्रकार से होप इनाकुमी एसेडेकिमो (Hope Enakume Esedekimo) के पास इसी नाम से रिपब्लिक ऑफ नाईजीरिया का पासपोर्ट है. जबकि Kome Ashanty के नाम से रिपब्लिक ऑफ नाईजीरिया का वोटर आईडी कार्ड भी है.
दोनों विदेशी नागरिक इब्राहिम बाकेयोको के जानकार हैं
पुलिस थाना केसरी सिंह पुर में करीब 80 लाख रुपए के ऑनलाइन ठगी के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था. जांच के बाद विदेशी नागरिक इब्राहिम बाकेयोको को गिरफ्तार किया गया था. वह वर्तमान में करणपुर जेल में है. ये दोनों नाईजीरियन नागरिक उक्त आरोपी के जानकार हैं तथा उसकी जमानत इत्यादि में मदद करने और उसे मिलने ये करणपुर जाने के लिए दिल्ली से आए थे. इन लोगों की उक्त ठगी में संलिप्तता की भूमिका की भी जांच की जा रही है.