ETV Bharat / state

श्रीगंगानगर: सेना भर्ती दौड़ में फूल रहा है युवाओं का दम - Sriganganaga news

श्रीगंगानगर में जारी सेना भर्ती दौड़ के दौरान ज्यादातर युवाओं का दम फूल रहा है. सेना भर्ती रैली की ओर से 5 दिनों में 24 हजार 596 युवाओं को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे. इसमें से 5 हजार 500 से अधिक युवा भर्ती रैली में शामिल ही नहीं हुए. वहीं सेना में भर्ती होने के लिए दौड़ में शामिल हुए करीब 19 हजार युवाओं में से लगभग दो हजार से अधिक युवा दौड़ में पास हुए हैं.

army recruitment race Sriganganagar, सेना भर्ती दौड़ श्रीगंगानगर
author img

By

Published : Sep 1, 2019, 12:58 PM IST

श्रीगंगानगर. जिले में 28 अगस्त से शुरू हुई सेना भर्ती में युवाओं का आना जारी है. सेना भर्ती रैली की ओर से 5 दिनों में 24 हजार 596 युवाओं को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे. इसमें से 5 हजार 500 से अधिक युवा भर्ती रैली में शामिल ही नहीं हुए. वहीं सेना में भर्ती होने के लिए दौड़ में शामिल हुए करीब 19 हजार युवाओं में से लगभग दो हजार से अधिक युवा दौड़ में पास हुए हैं. जो शामिल हुए युवाओं का करीब 11 प्रतिशत का आंकड़ा है.

दौड़ के दौरान ज्यादातर युवाओं का दम फूल रहा है. 5 दिनों में दौड़े युवाओ की संख्या को देखे तो 28 अगस्त को 3 हजार159 में से 373, 29 अगस्त को 3 हजार 883 में से 508, 30 अगस्त को 4 हजार 261 में से 4हजार 57,31 अगस्त को 3हजार 920 में से 420 और 1 सितंबर को 5हजार 53 युवाओं में से करीब 4हजार68 युवाओं ने दौड़ लगाई जिसमें लगभग 521 युवा दौड़ पूरी कर पाए हैं. सैनिक बनने के लिए युवाओं को 5:30 से 5:45 मिनट में 1600 मीटर की दौड़ पूरी करनी पड़ती है. 5:30 मिनट में दौड़ पूरी करने वालों को एक्सीलेंट माना जाता है. जिन्हें ज्यादा पॉइंट मिलते हैं.

सेना भर्ती दौड़ में फूल रहा है युवाओं का दम

दौड़ में पास होने वाले युवाओं को न्यूनतम और अधिकतम 10 बीम लगाने पड़ते हैं. 9 फीट लंबा गड्ढा कूदना पड़ता है. शरीर के संतुलन के लिए जिगजैग से गुजरना पड़ता है. इसके बाद लंबाई, सीना और वजन का नाप होता है. इसमें खरा उतरने वालों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है. फिर अगली प्रक्रिया में मेडिकल जांच होती है. मेडिकल जांच पास होने के बाद सेना की तरफ से लिखित परीक्षा होगी. जिसमें पास होने वाले युवाओं को सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का मौका मिलेगा.

पढ़ें- रेलवे ने त्योहारी सीजन पर अपने यात्रियों को दी बड़ी सौगात, 17 ट्रेनों में बढ़ाए डिब्बे

दौड़ के दौरान सेना की तरफ से युवाओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि दौड़ते समय दम फूलने से युवाओं को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं उठाना पड़े. ऐसे में जो युवा नहीं दौड़ पाते हैं उनका सेना के अधिकारी हौसला बढ़ा कर फिर से तैयारी के साथ सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करते हैं. ताकि ऐसे युवाओं की उम्मीदें सेना में भर्ती होने के लिए जिंदा रह सके दौड़ से लेकर फिजिकल स्टेप में पास होने के बाद मेडिकल तक पहुंचे युवाओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है. सेना में भर्ती होकर देश के लिए कुछ करने की बात करे हैं.

श्रीगंगानगर. जिले में 28 अगस्त से शुरू हुई सेना भर्ती में युवाओं का आना जारी है. सेना भर्ती रैली की ओर से 5 दिनों में 24 हजार 596 युवाओं को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे. इसमें से 5 हजार 500 से अधिक युवा भर्ती रैली में शामिल ही नहीं हुए. वहीं सेना में भर्ती होने के लिए दौड़ में शामिल हुए करीब 19 हजार युवाओं में से लगभग दो हजार से अधिक युवा दौड़ में पास हुए हैं. जो शामिल हुए युवाओं का करीब 11 प्रतिशत का आंकड़ा है.

दौड़ के दौरान ज्यादातर युवाओं का दम फूल रहा है. 5 दिनों में दौड़े युवाओ की संख्या को देखे तो 28 अगस्त को 3 हजार159 में से 373, 29 अगस्त को 3 हजार 883 में से 508, 30 अगस्त को 4 हजार 261 में से 4हजार 57,31 अगस्त को 3हजार 920 में से 420 और 1 सितंबर को 5हजार 53 युवाओं में से करीब 4हजार68 युवाओं ने दौड़ लगाई जिसमें लगभग 521 युवा दौड़ पूरी कर पाए हैं. सैनिक बनने के लिए युवाओं को 5:30 से 5:45 मिनट में 1600 मीटर की दौड़ पूरी करनी पड़ती है. 5:30 मिनट में दौड़ पूरी करने वालों को एक्सीलेंट माना जाता है. जिन्हें ज्यादा पॉइंट मिलते हैं.

सेना भर्ती दौड़ में फूल रहा है युवाओं का दम

दौड़ में पास होने वाले युवाओं को न्यूनतम और अधिकतम 10 बीम लगाने पड़ते हैं. 9 फीट लंबा गड्ढा कूदना पड़ता है. शरीर के संतुलन के लिए जिगजैग से गुजरना पड़ता है. इसके बाद लंबाई, सीना और वजन का नाप होता है. इसमें खरा उतरने वालों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है. फिर अगली प्रक्रिया में मेडिकल जांच होती है. मेडिकल जांच पास होने के बाद सेना की तरफ से लिखित परीक्षा होगी. जिसमें पास होने वाले युवाओं को सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का मौका मिलेगा.

पढ़ें- रेलवे ने त्योहारी सीजन पर अपने यात्रियों को दी बड़ी सौगात, 17 ट्रेनों में बढ़ाए डिब्बे

दौड़ के दौरान सेना की तरफ से युवाओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि दौड़ते समय दम फूलने से युवाओं को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं उठाना पड़े. ऐसे में जो युवा नहीं दौड़ पाते हैं उनका सेना के अधिकारी हौसला बढ़ा कर फिर से तैयारी के साथ सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करते हैं. ताकि ऐसे युवाओं की उम्मीदें सेना में भर्ती होने के लिए जिंदा रह सके दौड़ से लेकर फिजिकल स्टेप में पास होने के बाद मेडिकल तक पहुंचे युवाओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है. सेना में भर्ती होकर देश के लिए कुछ करने की बात करे हैं.

Intro:श्रीगंगानगर : श्रीगंगानगर में 28 अगस्त से शुरू हुई सेना भर्ती में युवाओं का आना जारी है। सेना भर्ती रैली की ओर से 5 दिनों में 24596 युवाओं को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। इसमें से 5500 से अधिक युवा भर्ती रैली में शामिल ही नहीं हुए। वहीं सेना में भर्ती होने के लिए दौड़ में शामिल हुए करीब 19000 युवाओं में से लगभग 2000 से अधिक युवा दौड़ में पास हुए हैं। जो शामिल हुए युवाओं का करीब 11% का आंकड़ा है।




Body:दौड़ के दौरान ज्यादातर युवाओं का दम फूल रहा है। 5 दिनों में दौड़े युवाओ की संख्या को देखे तो 28 अगस्त को 3159 में से 373, 29 अगस्त को 3883 में से 508, 30 अगस्त को 4261 में से 457,31 अगस्त को 3920 में से 420 और 1 सितंबर को 5053 युवाओं में से करीब 4068 युवाओं ने दौड़ लगाई जिसमें लगभग 521 युवा दौड़ पूरी कर पाए हैं। सैनिक बनने के लिए युवाओं को 5:30 से 5:45 मिनट में 1600 मीटर की दौड़ पूरी करनी पड़ती है। 5:30 मिनट में दौड़ पूरी करने वालों को एक्सीलेंट माना जाता है। जिन्हें ज्यादा पॉइंट मिलते हैं। दौड़ में पास होने वाले युवाओं को न्यूनतम और अधिकतम 10 बीम लगाने पड़ते हैं। 9 फीट लंबा गड्ढा कूदना पड़ता है।शरीर के संतुलन के लिए जिगजैग से गुजरना पड़ता है। इसके बाद लंबाई, सीना और वजन का नाप होता है। इसमें खरा उतरने वालों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है। फिर अगली प्रक्रिया में मेडिकल जांच होती है। मेडिकल जांच पास होने के बाद सेना की तरफ से लिखित परीक्षा होगी। जिसमें पास होने वाले युवाओं को सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का मौका मिलेगा। दौड़ के दौरान सेना की तरफ से युवाओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि दौड़ते समय दम फूलने से युवाओं को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं उठाना पड़े। ऐसे में जो युवा नहीं दौड़ पाते हैं उनका सेना के अधिकारी हौसला बढ़ा कर फिर से तैयारी के साथ सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करते हैं। ताकि ऐसे युवाओं की उम्मीदें सेना में भर्ती होने के लिए जिंदा रह सके दौड़ से लेकर फिजिकल स्टेप में पास होने के बाद मेडिकल तक पहुंचे युवाओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है। सेना में भर्ती होकर देश के लिए कुछ करने की बात करें हैं।

बाइट : चंद्रभान,मेडिकल में पहुचा युवा
बाइट : सुरेंद्र,मेडिकल के लिए चयन युवा,


Conclusion:दौड़ में दम फूल रहा है युवाओ का।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.