श्रीगंगानगर : अवैध शराब निर्माण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने नई पहल की है. अवैध शराब निर्माण की सूचना देने वाले को आबकारी विभाग की ओर से अब एक लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जा सकेगी. यही नहीं सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम व पता गोपनीय रखा जाएगा.
श्रीगंगानगर जिले में अवैध शराब के धंधे को जड़ से खत्म करने के लिए प्रभावी ढंग से कार्य किया जा रहा है. मुखबिर प्रोत्साहन योजना के तहत अवैध शराब के संबंध में सूचना देने पर प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है. इसके अतिरिक्त अभियान के अवधि में अवैध मदिरा के संग्रहण, भंडारण, परिवहन और बिक्री की सूचना देने पर सही पाए जाने पर एक लाख रुपए दिए जा रहे हैं. इस राशि का वितरण जिला कलेक्टर की ओर से लैब की जांच से प्रमाणीकरण करने के बाद किए जाने का प्रावधान रखा गया है.
जिले में अवैध शराब के खिलाफ आबकरी विभाग व पुलिस जगह जगह दबिश देकर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. भरतपुर व भीलवाड़ा जिले में अवेध शराब घटना को देखते हुए जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद वर्मा के निर्देशन में जिला प्रशासन पुलिस व आबकारी विभाग की ओर से विशेष निरोधात्मक अभियान चलाया गया है. जिला आबकारी अधिकारी के निर्देश में श्रीगंगानगर शहर के आबकारी निरीक्षक सुरेश कुमार अभियान के दौरान आरोपी मक्खन सिंह के कब्जे से 4 लीटर हथकढ़ शराब बरामद कर मामला दर्ज किया है.
वहीं ग्रामीण थाना के प्रभारी जाब्ता की ओर से चुनावढ़ तहसील क्षेत्र के गांव 24 एमएल में कार्रवाई के दौरान 200 लीटर लाहण नष्ट किया गया. मुकलावा थाना प्रभारी की ओर से कार्रवाई के दौरान अवैध शराब के उपकरण जब्त किए गए हैं. इसी तरह थाना प्रभारी की ओर से गांव सलेमपुर निवासी गुरनाम सिंह ऋषि कुमार रायसिख से 9 लीटर शराब आबकरी अधिनियम के तहत दो मामले दर्ज किए गए हैं.