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पीएम केयर्स के माध्यम से श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिला अस्पतालों में लगेंगे पीएसए आक्सीजन उत्पादन संयंत्र

पीएम केयर फंड से आक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना की घोषणा के बाद श्रीगंगानगर में भी हनुमानगढ़ जिले में भी इन संयत्रों की स्थापना सुनिश्चित हो गई है. ये संयंत्र जिला मुख्यालय के चिन्हित सरकारी अस्पतालों में स्थापित किए जाएंगे.

Sriganganagar news, राजस्थान न्यूज
श्रीगंगानगर में लगेंगे पीएसए आक्सीजन उत्पादन संयंत्र
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Published : Apr 26, 2021, 7:32 AM IST

श्रीगंगानगर. देश के अस्पतालों में आक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री के निर्देश के तहत, पीएम केयर्स फंड ने देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 551 समर्पित पीएस, (प्रेशर स्विंग ऐड्साॅप्र्शन) चिकित्सा आक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना के लिए धन आवंटन को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया है कि इन संयंत्रों को जल्द से जल्द शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि इन संयंत्रों से जिला स्तर पर ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने में काफी मदद मिलेगी. इस प्रकार श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले में भी इन संयत्रों की स्थापना सुनिश्चित हो गई है.

केंद्रीय पूर्व राज्यमंत्री व सांसद निहालचंद ने बताया कि ये समर्पित संयंत्र विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जिला मुख्यालयों पर चिन्हित सरकारी अस्पतालों में स्थापित किए जाएंगे. खरीद प्रक्रिया स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के माध्यम से की जाएगी. उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स फंड ने इस साल की शुरुआत में देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अतिरिक्त 162 डेडिकेटेड प्रेशर स्विंग ऐड्साॅप्र्शन (पीएसए) मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने के लिए 201.58 करोड़ रुपये आवंटित किए थे.

यह भी पढ़ें. जिंदगी का 'टीकाकरण' : डॉक्टर्स का दावा - कोरोना वैक्सीन टाल सकती है मौत का खतरा

उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालयों के सरकारी अस्पतालों में पीएसए ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को और मजबूत करना है. यह सुनिश्चित करना है कि इनमें से प्रत्येक अस्पतालों में कैप्टिव ऑक्सीजन उत्पादन की सुविधा बनी रहे. इस तरह से अपने स्तर पर ऑक्सीजन उत्पादन सुविधा से इन अस्पतालों और जिले की दिन प्रतिदिन की मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरतें पूरी हो सकेंगी, इसके अलावा, तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) कैप्टिव ऑक्सीजन उत्पादन के ’’टाॅप अप‘‘ के रूप में काम करेगा. इस तरह की प्रणाली यह सुनिश्चित कर सकेगी कि जिले के सरकारी अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति में अचानक व्यवधान न उत्पन्न हो सके और कोरोना मरीजों व अन्य जरूरतमंद मरीजों के लिए निर्बाध रूप से पर्याप्त ऑक्सीजन मिल सके.

वर्तमान में इस कोरोना महामारी के बढ़ते संकट के बीच आए केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय पर सांसद निहालचन्द ने खुशी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार प्रकट किया है. पीएम केयर्स के माध्यम से श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिला अस्पतालों में लगेंगे.

श्रीगंगानगर. देश के अस्पतालों में आक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री के निर्देश के तहत, पीएम केयर्स फंड ने देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 551 समर्पित पीएस, (प्रेशर स्विंग ऐड्साॅप्र्शन) चिकित्सा आक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना के लिए धन आवंटन को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया है कि इन संयंत्रों को जल्द से जल्द शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि इन संयंत्रों से जिला स्तर पर ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने में काफी मदद मिलेगी. इस प्रकार श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले में भी इन संयत्रों की स्थापना सुनिश्चित हो गई है.

केंद्रीय पूर्व राज्यमंत्री व सांसद निहालचंद ने बताया कि ये समर्पित संयंत्र विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जिला मुख्यालयों पर चिन्हित सरकारी अस्पतालों में स्थापित किए जाएंगे. खरीद प्रक्रिया स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के माध्यम से की जाएगी. उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स फंड ने इस साल की शुरुआत में देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अतिरिक्त 162 डेडिकेटेड प्रेशर स्विंग ऐड्साॅप्र्शन (पीएसए) मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने के लिए 201.58 करोड़ रुपये आवंटित किए थे.

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उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालयों के सरकारी अस्पतालों में पीएसए ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को और मजबूत करना है. यह सुनिश्चित करना है कि इनमें से प्रत्येक अस्पतालों में कैप्टिव ऑक्सीजन उत्पादन की सुविधा बनी रहे. इस तरह से अपने स्तर पर ऑक्सीजन उत्पादन सुविधा से इन अस्पतालों और जिले की दिन प्रतिदिन की मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरतें पूरी हो सकेंगी, इसके अलावा, तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) कैप्टिव ऑक्सीजन उत्पादन के ’’टाॅप अप‘‘ के रूप में काम करेगा. इस तरह की प्रणाली यह सुनिश्चित कर सकेगी कि जिले के सरकारी अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति में अचानक व्यवधान न उत्पन्न हो सके और कोरोना मरीजों व अन्य जरूरतमंद मरीजों के लिए निर्बाध रूप से पर्याप्त ऑक्सीजन मिल सके.

वर्तमान में इस कोरोना महामारी के बढ़ते संकट के बीच आए केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय पर सांसद निहालचन्द ने खुशी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार प्रकट किया है. पीएम केयर्स के माध्यम से श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिला अस्पतालों में लगेंगे.

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