श्रीगंगानगर. पेट्रोल-डीजल की अवैध तस्करी करने वालों द्वारा पेट्रोल पंप संचालक पर दर्ज करवाए गए मुकदमे को खारिज कर अवैध तस्करों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग को लेकर गंगानगर पेट्रोल डीलर एसोसिएशन ने सीएम अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा. एसोसिएशन पदाधिकारियों ने बताया कि 27 एफएफ में अवैध तस्करी द्वारा लाया गया डीजल अवैध रूप से तस्करों को सप्लाई किया जा रहा था. इस टैंकर की क्षमता करीब 29 हजार लीटर है. इसकी सूचना श्रीगंगानगर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन द्वारा गजसिंहपुर थाना अधिकारी को दी गई और पुलिस ने कार्रवाई नहीं की.
वहीं एसोसिएशन के कड़े विरोध के बाद टैंकर चालक टैंकर लेकर गांव से भाग गया, जो रास्ते में ट्रैक्टर-ट्राली आ जाने से रास्ता अवरुद्ध हो गया. मजबूरन टैंकर ड्राइवर को रोकना पड़ा. इस दौरान एसोसिएशन के सदस्य भी वहां पहुंच गए और टैंकर को वापस पुलिस थाना गजसिंहपुर जाने के लिए कहा. इस पर टैंकर ड्राइवर खुद टैंकर को गजसिंहपुर पुलिस थाने लेकर आया, पुलिस ने उस पर कार्रवाई ने करके पंप संचालकों पर झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया. पंप संचालकों की सूचना पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. साथ ही अवैध तस्करी को बढ़ावा भी दिया जा रहा है. वहीं तस्करों ने पुलिस से मिलीभगत करके पंप संचालक पर झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया, जिसके बाद गंगानगर पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन में भारी रोष है.
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पेट्रोल-डीजल वेट की दरें पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा की तुलना में ज्यादा होने के कारण श्रीगंगानगर व सीमांत राज्यों के दरों में क्रमश 10 तथा 8 रुपए का भारी अंतर है, जिससे गंगानगर जिले में पेट्रोल-डीजल की अवैध तस्करी अत्यधिक मात्रा में हो रही है. जिले के पेट्रोल पंप बंद होने के कगार पर है. वर्तमान में दूसरे राज्य से पेट्रोल-डीजल परिवहन की सीमा ढाई हजार लीटर की निर्धारित की गई है, जिसका नाजायज फायदा उठाकर तस्कर रोजाना हजारों लीटर डीजल किसानों के नाम पर पंजाब और हरियाणा से श्रीगंगानगर जिले में तस्करी कराया जा रहा है.
एसोसिएशन ने पहले भी डीजल-पेट्रोल की अवैध तस्करी की रोकथाम के लिए राज्य सरकार से प्रभावी कार्रवाई करने की मांग की थी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में डीजल-पेट्रोल की अवैध तस्करी करने वालों द्वारा पेट्रोल पंप संचालकों पर दर्ज करवाई गए झूठे मुकदमें को खारिज करके तस्करों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए. साथ ही डीजल-पेट्रोल की अवैध तस्करी पर रोक लगाई जाए.