श्रीगंगानगर. शहर भर के 14 केंद्रों पर तीन दिनों तक कांस्टेबल भर्ती परीक्षा करवाई गई. 3 दिन तक चली परीक्षा में करीब 35 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए. परीक्षा में विभाग की ओर से सभी विद्यार्थियों को नए मास्क उप्लब्ध करवाए गए, लेकिन अभ्यर्थियों से उतरवाए गए मास्क को सड़क और नालियों में फेंक दिया गया.
बता दें, परीक्षा में नकल रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरों से अभ्यर्थियों पर नजर रखी जा रही है. इसके लिए परीक्षा कक्ष के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. साथ ही कोरोना संक्रमण के बीच करवाई जा रही कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से पहले पुलिस प्रशासन की ओर से संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मास्क, सैनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालना करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अभ्यर्थियों से उतरवाए गए मास्क को खुले में फेंक दिया गया.
पढ़ें- कांस्टेबल भर्ती 2020 : नकल करवाने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार, दूसरे की जगह देने आया था परीक्षा
पुलिस भर्ती परीक्षा में आए अभ्यर्थियों का परीक्षा से पहले मास्क उतरवाया गया और फिर उन्हें नया मास्क दिया गया. इसके बाद प्रशासन की ओर से उतरवाए गए मास्क को नष्ट करवाने के जगह सड़क और नालियों में फेंक दिया गया.
परीक्षा से पहले मेडिकल टीम की ओर से अभ्यर्थियों की चेकिंग करने के साथ-साथ पुलिस विभाग के कार्मिक की ओर से भी चेकिंग की गई और उसके बाद ही उन्हें परीक्षा हॉल में भेजा गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीपीई किट पहनकर अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग की और फिर उन्हें परीक्षा हॉल में प्रवेश दिया. इस दौरान अभ्यर्थी खुद के खरीदे मास्क उतरवाने से नाराज नजर आए.
पुलिस प्रशासन ने बताया कि केंद्र में प्रवेश करने से पहले अभ्यर्थियों को नए मास्क दिए जा रहे हैं. लेकिन सड़क पर बिखरे मास्क से फैलने वाले संक्रमण को लेकर पुलिस प्रशासन ने चुप्पी साध ली.