श्रीगंगानगर. कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला जिला का आयोजन जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद वर्मा की अध्यक्षता में हुआ. कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को आयोजित हुई इस कार्यशाला में कोरोना से संबंधित वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई.
कोविड-19 वैश्विक महामारी है. राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के टीकाकरण के लिये तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा कि 22 मार्च 2020 से देश में लाॅकडाउन की स्थिति रही. सबके सामने कोरोना संक्रमण की चुनौती थी. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन से आया नया स्ट्रेन अधिक खतरनाक है, इसलिए लोगों को अत्यधिक सावधानी रखनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करे और भ्रम फैलाने वाली स्थिति पैदा न होने दी जाए. उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि वे नम्बर शेयर करें और वैक्सीनेशन सेन्टर पर लोगों को कोई समस्या न आने दी जाए. जिला कलेक्टर ने इस अवसर पर कहा कि टीकाकरण में जनप्रतिनिधियो का भी सहयोग लिया जाएगा. टीकाकरण में दो टीके एक ही कम्पनी के 28 दिन के अन्तराल पर लगाये जायेंगे.
खांसी, जुखाम के संक्रमित बीमार व्यक्ति को रजिस्ट्रेशन के बावजूद टीका नहीं लगेगा. उसे ठीक होने के पश्चात टीकाकरण के लिये आना होगा. टीकाकरण के लिये प्रथम चरण में मेडिकल स्टाॅफ को लगेगा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गिरधारी लाल मेहरड़ा ने बताया कि प्रथम चरण में जिन्हें टीका लगेगा वें 11 हजार लोग चिन्हित किये जा चुके हैं. अन्य चरणों में इन्हीं लोगों द्वारा टीकाकरण किया जायेगा. टीकाकरण के समय फोटो युक्त पहचान पत्र साथ रखना आवश्यक है जो कि पंजीकरण और टीकाकरण दोनों समय पर साथ रखना आवश्यक होगा.
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उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक पीएचसी और सीएचसी पर टीकाकरण होगा. इसके अतिरिक्त निजी अस्पतालों और अन्य स्थानों पर भी आवश्यकतानुसार टीकाकरण किया जायेगा. टीकाकरण के समय चिन्हित स्थान पर तीन कमरे होंगे जिसमें प्रतीक्षा कक्ष, टीकाकरण कक्ष और निगरानी कक्ष के रूप में तैयार किया जाएगा.