श्रीगंगानगर. पिछले दिनों गंगनहर में हुई सिंचाई पानी की कटौती के मामले में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक नई दिल्ली में आयोजित हुई. इसमें मंत्री ने अधिकारियों से जवाब-तलब किया. इस बैठक में श्रीगंगानगर से भी भाजपा के एक शिष्टमंडल ने भाग लिया.
इस बैठक में भाखड़ा व्यास मैनेजमेंट बोर्ड के अध्यक्ष, मुख्य अभियंता और पंजाब व राजस्थान के मुख्य अभियंता, सिंचाई सचिव व वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में गंगनहर में पिछले दिनों सिंचाई पानी में भारी कटौती की वजह से राजस्थान के किसानों को हुए नुकसान के बारे में चर्चा की गई. इसी बीच सांसद निहालचंद ने मंत्री को बताया कि गंगनहर में पानी कटौती की वजह से फसलों को भारी नुकसान हुआ है और किसान बर्बाद होने की कगार पर आ गए हैं.
इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने भाखड़ा व्यास मेनेजमेंट बोर्ड के अध्यक्ष से जबाव तलब किया. उन्होंने पूछा कि एक तरफ अत्यधिक बरसात से बाढ़ की स्थिति थी, जबकि दूसरी तरफ राजस्थान को उसके हिस्से का भी पानी नहीं मिला. इस मुद्दे पर पंजाब के अधिकारी जवाब नहीं दे पाए. शेखावत ने ऐसी स्थिति के कंट्रोल के लिए किये गए उपाए के बारे में भी जानकारी ली. लेकिन जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने पूरे घटनाक्रम की विस्तृत रिपोर्ट प्रिंसिपल सेक्रेटरी से तत्काल देने को कहा और भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा नहीं होने के लिए प्रभावी कदम उठाने का आदेश दिया.
इसके अतिरिक्त भाखड़ा व इंदिरा गांधी नहर की अन्य प्रमुख समस्याओं पर भी विस्तार से बैठक में चर्चा हुई. बैठक में श्रीगंगानगर जिले से गए भाजपा प्रतिनिधिमंडल में श्रीगंगानगर सांसद निहालचंद, चूरू सांसद राहुल कस्वां, रायसिंहनगर विधायक बलवीर सिंह लूथरा, अनूपगढ़ विधायक संतोष बावरी, पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी व किसान संघ के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए.