श्रीगंगानगर. कृषि कानून के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को भारत बंद रहा. जिसका व्यापक असर श्रीगंगानगर में भी देखने को मिला. इस दौरान रायसिंहनगर का पूरा बाजार बंद रहा. अधिकांश दुकानदारों ने सुबह से ही अपनी दुकानें नहीं खोली. वहीं, कुछ इक्का-दुक्का दुकानें जो खुली वह किसानों ने जबरन बंद करवा दी.
वही शहर के चारों तरफ से आने वाले मार्गों को किसानों ने बैरिकेट्स लगाकर पूरी तरह बंद कर दिए. हर मुख्य मार्ग पर किसानों का भारी जमावड़ा देखने को मिला. इस मौके पर 12 पीएस गुरुद्वारे की तरफ से आंदोलनकारी किसानों के लिए लंगर और चाय की व्यवस्था की गई थी. किसानों ने बाजार बंद के दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ नारे भी लगाएं.
सुबह 6:00 बजे से ही किसान अपने अपने पूर्व नियोजित स्थानों पर पहुंचने लगे. वही इस दौरान छुटपुट घटनाएं भी हुई जिसमें एक टेलर्स की दुकान खुली होने पर किसानों ने जबरदस्ती बंद करनी चाही परंतु उसने बंद नहीं की. जिसके कारण एकबारगी मामला गरमा गया. इसके बाद बाजार में मार्च करते हुए किसान सब्जी मंडी चौक पर पहुंचे जहां उन्होंने सभा की.
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सभा में माकपा जिला सचिव कामरेड श्योपत राम मेघवाल ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने कहा कि लगातार 120 दिनों से किसान सड़कों पर है परंतु केंद्र सरकार की हठधर्मिता के चलते किसानों को मजबूरन भारत बंद करना पड़ा. रायसिंहनगर में ट्रक यूनियन के पास पूर्व विधायक सोना देवी बावरी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को मारने का काम कर रही है. इसे हमें कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. होली का त्यौहार देखते हुए संयुक्त मोर्चा ने 1 बजे के बाद बाजार खोलने की घोषणा की और 1 बजे के बाद बाजार खुलने शुरू हो गए.
वही 12 पीएस गुरुद्वारा बाबा दीप सिंह ने सभी किसान आंदोलनकारियों को लंगर में चाय की व्यवस्था की. इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा ने समेजा कोठी बस स्टैंड नहर की पुलिया पर चक्का जाम किया और बस स्टैंड की सभी दुकानें भी लगभग बंद करवा दी.