सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). जिले के सूरतगढ़ में टिडि्डयों ने 2 दिन से आतंक मचा रखा है. हालात यह हो गए है कि कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण मंडल की टीम दवा छिड़क कर उनका खात्मा कर वापस लौटती है कि पीछे से टिड्डियों का दल फिर आफत बन कर आ जाता है. ऐसे में 2 दिन से कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण मंडल के अधिकारी एवं कर्मचारी शहरों के गांवों में डेरा डाले हुए हैं. साथ ही किसान टिड्डियों के रूख के साथ उनके पीछे थाली, पीपे और ट्रैक्टर दौड़ा तेज आवाज कर उन्हें भगाने का प्रयास कर रहे हैं.
सूरतगढ़ सहायक कृषि अधिकारी महेंद्र कुलड़िया ने बताया कि शुक्रवार सुबह रावतसर क्षेत्र से गांव भोजेवाला सहित अन्य गांवों से होते हुए टिड्डियों के एक बड़े दल ने शाम को सूरतगढ़ में प्रवेश किया, जो 2 घंटे तक मानकसर और शहर के ऊपर आफत बन कर मंडराता रहा. इसके बाद रात 9 बजे टिड्डियां सूरतगढ़ बाईपास, मानकसर के आसपास कृषि भूमि सहित खेतों, पेड़ों और झाड़ियों पर डेरा जमा लिया.
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सहायक कृषि अधिकारी कुलड़िया ने बताया कि एसडीएम, तहसीलदार, पालिका प्रशासन और विभाग के उच्चाधिकारियों को टिड्डियों के बड़ी संख्या में शहर और आसपास के कृषि भूमि क्षेत्र में आने की सूचना दी. सूचना पर कृषि विभाग के सहायक निदेशक रमेशचंद्र बराला सूरतगढ़ पहुंचे. इसके बाद 1 दमकल, 4 फॉरकन स्पेयर और एक टिड्डी नियंत्रण दल की गाड़ी की मदद से रात 9 बजे से मशक्कत शुरू किया गया, जो सुबह 9 बजे तक चला. इसके बाद फिर से सुबह 9 बजे पीपेरण की ओर से तेज हवा आई, जिसके साथ टिड्डियां एक बार फिर से क्षेत्र में आ गई. लेकिन खासा नुकसान नहीं पहुंचा पाई.
15 फीसदी फसलों को पहुंचा नुकसान
कृषि पर्यवेक्षक सरजीत सिंह ने बताया कि टिड्डियां फसलों में न बैठे, इसके लिए किसान उन्हें भगाते रहे. इस दौरान 4 ट्रैक्टरों और 1 टिड्डी दल की गाड़ी की मदद से दोपहर 1 बजे तक दवा का छिड़काव कर उनका खात्मा किया गया. तभी शाम 5 बजे एक दल फिर से आ गया. इस दौरान शाम 5 बजे फिर अभियान चला रात 1 बजे तक टिडि्डयों को मारा गया. सुबह 10 बजे तक फिर से टिड्डियां आ धमकी.
कृषि पर्यवेक्षक सरजीत सिंह ने बताया कृषि पर्यवेक्षक अरुण भादू के साथ ट्रैक्टरों, दल की गाड़ियों से दवा का छिड़काव कराया गया, जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली. इस दौरान टिड्डियां करीब 15 फीसदी बाजरा, मूंग और मोठ की फसल को चट कर गई.