श्रीगंगानगर. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सीजन के संकट से रोगियों और उनके परिजनों मुशिबत बढ़ा दी है. वहीं ऑक्सीजन की कमी से अब स्वास्थ्य विभाग की परेशानी भी बढ़ने लगी है.
जिला मुख्यालय पर अनेक प्राइवेट नर्सिंग होम में ऑक्सीजन खत्म होने के बाद रोगियों को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है. इससे सरकारी जिला अस्पताल पर भार बढ़ने लगा है. हालांकि प्रशासन ने सरकारी अस्पताल के स्टोक में से ऑक्सीजन के कुछ सिलेंडर प्राइवेट हॉस्पिटलों को दिए हैं. जिला अस्पताल प्रशासन की ओर से भिवाड़ी से ऑक्सीजन टैंकर मंगवाने के प्रयास भी लगातार किए जा रहे हैं.
जिला अस्पताल में रात तक करोना के 36 मरीज ऑक्सीजन पर भर्ती थे. गुरुवार तक ऐसे रोगियों की संख्या 60 से अधिक पहुंच गई है. प्राइवेट हॉस्पिटल से रोगियों के शिफ्ट होने के चलते यह संख्या लगातार बढ़ रही है.
गुरूवार दोपहर बाद करीब 15 से अधिक कोरोना के गंभीर रोगियों को प्राइवेट अस्पतालो में ऑक्सीजन की कमी के चलते छुट्टी दे दी गई थी. इन सभी रोगियों को उनके परिजन जान बचाने के लिए सरकारी अस्पताल की ओर लेकर दौड़ पड़े. ऐसे में जिला चिकित्सालय में भी एक बार अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
पीएमओ डॉ बलदेव सिंह चौहान ने बताया कि अस्पताल में कोरोना के 91 मरीज भर्ती थे इनमें से 59 ऑक्सीजन पर है. इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों से भी गंभीर रोगी लगातार आ रहे हैं. अतिरिक्त जिला कलेक्टर के निर्देश पर 308 ऑक्सीजन सिलेंडर प्राइवेट हॉस्पिटल्स को दिए गए हैं. करीब इतने ही सिलेंडर बीते 24 घंटे में जिला अस्पताल में लग चुके हैं. अब अस्पताल में 100 सिलेंडर ही बचे हैं.
पढ़ें- जयपुर नगर निगम हेरिटेज का जमादार 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
ऑक्सीजन आपूर्ति और प्रबंधन के लिए जिला नोडल अधिकारी एवं नगर परिषद आयुक्त ने बताया कि प्राइवेट हॉस्पिटलों में भर्ती रोगियों की जान बचाने के लिए सरकारी अस्पताल से आक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति की गई है. वहीं जिले में सीएचसी और पीएचसी में रखें अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर मुख्यालय पर मंगवाए जा रहे हैं. सूरतगढ़ क्षेत्र से 55 सिलेंडर जिला चिकित्सालय में पहुंच गए हैं. इतने ही सिलेंडर और मंगवाए गए हैं.इसके अलावा भिवाड़ी स्थित प्लांट से ऑक्सीजन का टैंकर मंगवाया जा रहा है जो कल तक पहुंचने की संभावना है.