ETV Bharat / state

श्रीगंगानगर में स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

author img

By

Published : Dec 24, 2019, 11:09 AM IST

श्रीगंगानगर में बढ़ते ठंड के साथ ही लोगों के स्वास्थ बिगड़ने लगे है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. राज्य सरकार के निर्देशानुसार गर्भवती महिलाओं को लेकर विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है और गर्भवती महिलाओं में स्वाइन फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं.

swine flu, स्वाइन फ्लू, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट...

श्रीगंगानगर. सर्दी बढ़ने के साथ ही सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार जैसी सामान्य बीमारियां आमजन को चपेट में लेने लगी हैं. ऐसे में जरूरी है कि आगामी दिनों में सर्दी से खुद को बचाते हुए मौसमी बीमारियों से बचें. खासकर इस मौसम में बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को एहतियात की जरूरत है, क्योंकि ये मौसमी बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाते हैं.

स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट...

बढ़ती सर्दी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है और आमजन से सतर्क रहने की अपील कर रहा है. मुख्यतः स्वाइन फ्लू को लेकर बचाव और रोकथाम के लिए स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी किए गए हैं.

पढ़ेंः श्रीगंगानगर: शराब की अवैध ब्रांचों को बंद कराने के लिए आबकारी अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

राज्य सरकार के निर्देशानुसार गर्भवती महिलाओं को लेकर विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है और गर्भवती महिलाओं में स्वाइन फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं. सामान्य सर्दी, जुकाम और बुखार को लेकर भी जांच, उपचार और दवाओं की व्यवस्था स्वास्थ्य केंद्रों पर सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने संबंधित अधिकारियों को पाबंद किया है.

स्वाइन फ्लू के मामले में संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर तत्काल सैंपल एकत्रित कर एंटी वायरल दवाएं और उपचार शुरू किया जाएगा. स्वाइन फ्लू मरीज के संपर्क में आए परिजनों की स्क्रीनिंग कर लक्षण होने पर आवश्यक उपचार और टेमीफ्लू दवा दी जाएगी. इसके साथ ही स्वाइन फ्लू मरीज के सामने आने पर विभागीय अधिकारी निजी और सरकारी अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण करेंगे और देखेंगे कि मरीज कब भर्ती हुआ, कब जांच हुई और समय पर उपचार हुआ या नहीं.

पढ़ेंः स्पेशल रिपोर्ट: अजमेर से रूठे प्रवासी पक्षी, वीरान पड़ी आनासागर झील

जिला, ब्लाक और पीएचसी स्तर पर होने वाली बैठक में स्वास्थ्य कार्मिकों और आशा कार्यकर्ताओं को स्वाइन फ्लू रोकथाम और उपचार संबंधी जानकारी देने के निर्देश भी दिए गए हैं. अभी तक जिले में स्वाइन फ्लू को कोई प्रकोप या प्रभावित क्षेत्र नहीं है. विभाग इसलिए पूर्व में तैयारियां कर रहा है, ताकि स्वाइन फ्लू न फैले. विभाग के टोल फ्री नंबर 104 से स्वाइन फ्लू के लक्षण जांच और उपचार के विषय में आवश्यक जानकारी ली जा सकती है. वहीं आवश्यक सूचना दी जा सकती है. इसके साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टेमी फ्लू दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.

श्रीगंगानगर. सर्दी बढ़ने के साथ ही सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार जैसी सामान्य बीमारियां आमजन को चपेट में लेने लगी हैं. ऐसे में जरूरी है कि आगामी दिनों में सर्दी से खुद को बचाते हुए मौसमी बीमारियों से बचें. खासकर इस मौसम में बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को एहतियात की जरूरत है, क्योंकि ये मौसमी बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाते हैं.

स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट...

बढ़ती सर्दी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है और आमजन से सतर्क रहने की अपील कर रहा है. मुख्यतः स्वाइन फ्लू को लेकर बचाव और रोकथाम के लिए स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी किए गए हैं.

पढ़ेंः श्रीगंगानगर: शराब की अवैध ब्रांचों को बंद कराने के लिए आबकारी अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

राज्य सरकार के निर्देशानुसार गर्भवती महिलाओं को लेकर विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है और गर्भवती महिलाओं में स्वाइन फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं. सामान्य सर्दी, जुकाम और बुखार को लेकर भी जांच, उपचार और दवाओं की व्यवस्था स्वास्थ्य केंद्रों पर सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने संबंधित अधिकारियों को पाबंद किया है.

स्वाइन फ्लू के मामले में संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर तत्काल सैंपल एकत्रित कर एंटी वायरल दवाएं और उपचार शुरू किया जाएगा. स्वाइन फ्लू मरीज के संपर्क में आए परिजनों की स्क्रीनिंग कर लक्षण होने पर आवश्यक उपचार और टेमीफ्लू दवा दी जाएगी. इसके साथ ही स्वाइन फ्लू मरीज के सामने आने पर विभागीय अधिकारी निजी और सरकारी अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण करेंगे और देखेंगे कि मरीज कब भर्ती हुआ, कब जांच हुई और समय पर उपचार हुआ या नहीं.

पढ़ेंः स्पेशल रिपोर्ट: अजमेर से रूठे प्रवासी पक्षी, वीरान पड़ी आनासागर झील

जिला, ब्लाक और पीएचसी स्तर पर होने वाली बैठक में स्वास्थ्य कार्मिकों और आशा कार्यकर्ताओं को स्वाइन फ्लू रोकथाम और उपचार संबंधी जानकारी देने के निर्देश भी दिए गए हैं. अभी तक जिले में स्वाइन फ्लू को कोई प्रकोप या प्रभावित क्षेत्र नहीं है. विभाग इसलिए पूर्व में तैयारियां कर रहा है, ताकि स्वाइन फ्लू न फैले. विभाग के टोल फ्री नंबर 104 से स्वाइन फ्लू के लक्षण जांच और उपचार के विषय में आवश्यक जानकारी ली जा सकती है. वहीं आवश्यक सूचना दी जा सकती है. इसके साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टेमी फ्लू दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.

Intro:श्रीगंगानगर : सर्दी बढ़ने के साथ ही सर्दी,खांसी,जुकाम व बुखार जैसी सामान्य बीमारियां आमजन को चपेट में लेने लग जाएगी। ऐसे में जरूरी है कि आगामी दिनों में सर्दी से खुद को बचाते हुए मौसमी बीमारियों से बचें।खासकर इस मौसम में बुजुर्गों,बच्चों व गर्भवती महिलाओं को एहतियात की जरूरत है,क्योंकि ये मौसमी बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाते हैं।बढ़ती सर्दी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है और आमजन से सतर्क रहने की अपील कर रहा है। मुख्यत स्वाइन फ्लू को लेकर बचाव एवं रोकथाम के लिए स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।


Body:राज्य सरकार के निर्देशानुसार गर्भवती महिलाओं को लेकर विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है और गर्भवती महिलाओं में स्वाइन फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं। सामान्य सर्दी,जुकाम व बुखार को लेकर भी जांच,उपचार एवं दवाओं की व्यवस्था स्वास्थ्य केंद्रों पर सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने संबंधित अधिकारियों को पाबंद किया है। स्वाइन फ्लू के मामले में संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर तत्काल सैंपल एकत्रित कर एंटी वायरल दवाएं व उपचार शुरू किया जाएगा।स्वाइन फ्लू मरीज के संपर्क में आए परिजनों की स्क्रीनिंग कर लक्षण होने पर आवश्यक उपचार एवं टेमीफ्लू दवा दी जाएगी। इसके साथ ही स्वाइन फ्लू मरीज के सामने आने पर विभागीय अधिकारी निजी व सरकारी अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण करेंगे और देखेंगे कि मरीज कब भर्ती हुआ,कब जांच हुई एवं समय पर उपचार हुआ या नहीं। जिला,ब्लाक व पीएचसी स्तर पर होने वाली बैठक में स्वास्थ्य कार्मिकों व आशा कार्यकर्ताओं को स्वाइन फ्लू रोकथाम व उपचार संबंधी जानकारी देने के निर्देश भी दिए गए हैं।अभी तक जिले में स्वाइन फ्लू को कोई प्रकोप या प्रभावित क्षेत्र नहीं है। विभाग इसलिए पूर्व में तैयारियां कर रहा है,ताकि स्वाइन फ्लू न फैले। विभाग के टोल फ्री नंबर 104 से स्वाइन फ्लू के लक्षण जांच एवं उपचार के विषय में आवश्यक जानकारी ली जा सकती है। वही आवश्यक सूचना दी जा सकती है। इसके साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टेमीफ्लू दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

बाईट : गिरधारी लाल मेहरडा, सीएमएचओ।


Conclusion:स्वाइन फ्लू रोकने के लिए चिकित्सा विभाग ने उठाए कदम।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.