श्रीगंगानगर. जिले में ओलावृष्टि से खड़ी फसल के खराब होने पर मुआवजा देने की मांग को लेकर किसान संगठन के नेताओं ने जिले का दौरा किया. साथ ही प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को ज्ञापन दिया. किसान नेताओं ने मंत्री डोटासरा को ओलावृष्टि से किसानों के हुए नुकसान का सर्वे तुरंत प्रभाव से करवा कर मुआवजा देने की मांग की है.
किसान नेताओं ने समर्थन मूल्य खरीद समय पर शुरू करवाने के साथ समय पर भुगतान होने और खरीद में किसी प्रकार की लिमिट नहीं रखने की भी मांग की है. किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री डोटासरा को चना, सरसों और जो कि समर्थन मूल्य खरीद में सीमा समाप्त कर संपूर्ण फसल की खरीद करने करने की मांग रखी है.'
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किसान नेताओं ने मंत्री को कहा की किसानों के फसलों की खरीद प्रक्रिया सरल करें. वहीं उन्होने ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा जल्दी जारी करने की मांग की है. श्रीगंगानगर में फसलों की खरीद प्रक्रिया सरल करने की मांग करते हुए किसान नेताओ ने कहां की जन आधार कार्ड पर केवल 25 क्विंटल फसल खरीदने का सरकार ने निर्णय किया है. जबकि श्रीगंगानगर की उत्पादन क्षमता शेष राजस्थान से भिन्न है.
पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल ने कहा कि गत वसुंधरा सरकार के खिलाफ किसानों ने मार्च 2017 में आंदोलन कर भामाशाह में शामिल प्रत्येक किसान से 50 क्विंटल फसल की समर्थन मूल्य पर खरीद का फैसला लागू करवाया था. जिससे किसान का एक-एक दाना समर्थन मूल्य पर खरीदा गया था. लेकिन गहलोत सरकार ने जो खरीद सीमा निर्धारित की है उससे जिले में किसान अपनी अधिकांश फसल ओने पौने दामों में बेचने को मजबूर होगा. जिससे सही रुप में किसान को समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिलेगा.
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वहीं किसान नेताओ ने कहा कि चना, सरसों के समर्थन मूल्य पर संपूर्ण फसल खरीद प्रक्रिया सरल की जाए. किसान नेताओ ने चेतावनी दी है की सरकार ने किसानो की मांगो पर ध्यान नहीं दिया तो अखिल भारतीय किसान सभा 19 मार्च को जिला कलेक्ट्रेट पर धरना शुरू करेगी.