रायसिंहनगर (श्रीगंगानगर). जिले में हुए बेमौसम बारिश से अन्नदाताओं के अरमानों पर फिर से पानी फिर गया. कृषि उपज मंडी समिति में खुले आसमान तले रखें हजारों अनाज के कट्टे बरसात से भीग गए. इस दौरान कृषि उपज मंडी समिति के अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई. जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा.
कृषि उपज मंडी समिति प्रांगण में बने शेडों पर धान मंडी के व्यापारियों ने अपने अनाज का स्टॉक किया हुआ है. इसके बाद भी लगातार किसान अपनी फसल को लेकर धान मंडी में पहुंच रहे हैं. जिसके चलते किसानों की सरकारी खरीद को शैड के नीचे नहीं रख पाया जा रहा है. साथ ही सरकारी खरीद का उठाव भी नहीं हो रहा है.
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बता दें, अनाज की सरकारी खरीदारी इस बार तिलम संघ की ओर से की जा रही है. स्थानीय व्यवस्थापक जगन्नाथ अरोड़ा ने बताया कि अभी धान मंडी में करीब 50,000 कट्टों का उठाव बाकी है. मंडी समिति की ओर से शेडों पर जगह उपलब्ध नहीं करवाई गई जिसके कारण खुले में अनाज रखा गया है. वहीं बारदाने की कमी के चलते सरकारी खरीद भी प्रभावित हो रही हैं. तीन लाख बारदाने की डिमांड भेजी गई है जो आजकल में प्राप्त हो जाएगी. मामले को लेकर कृषि उपज मंडी समिति सचिव से भी बातचीत की गई.
कृषि उपज मंडी समिति सचिव दीपेंद्र शर्मा ने बताया कि तीन अनाज मंडी की तीन फर्मों को सेड के नीचे रखा स्टॉक को उठाने के निर्देश दए गये हैं. 3 दिन के बाद भी शेडों के नीचे से उठाव नहीं होता है तो व्यापारियों के लाइसेंस निलंबित किए जाएंगे.