श्रीगंगानगर. जिले में कोरोना की दूसरी लहर ने सबको संकट मे डाल दिया है. दूसरी लहर के चलते अब कोरोना रोगी तेजी से आने लगे हैं. जिले में पिछले 10 दिनों में करोना के 225 मरीज सामने आए हैं. रायसिंहनगर में एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हो गई है. साथ ही एक सप्ताह में कोरोना से यह दूसरी मौत है.
शनिवार को भी 28 कोरोना मरीज मिलने के साथ ही करोना पॉजिटिव की संख्या 268 हो चुकी है. इसके अलावा जिले में रिकवरी प्रतिशत एक अप्रैल को 97.44 फीसदी था जो घटकर 10 अप्रैल को 95.66 फीसदी हो चुका है. इसी अवधि में जिले में एक्टिव रोगियों की संख्या 114 से बढ़कर 268 तक पहुंच गई है.
बता दें कि श्रीगंगानगर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगाए जा रहे कोरोना वैक्सीनेशन में उस समय बदइंतजामी का नजारा नजर आया जब पुराना चिकित्सालय परिसर में वैक्सीनेशन कैंप में अवस्थाओं के चलते लोग परेशान होते दिखाई दिए. ऐसे में बहुत से लोगों को बिना वैक्सीनेशन के ही वापस जाना पड़ा. वहीं, भीड़ अधिक होने से अव्यवस्थाओं को लेकर टिका लगवाने के लिए आ रहे लोगों के लिए छाया और पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है.
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इसके अलावा टीका लगवाने के लिए आ रहे बुजुर्गों की लंबी लाइन करोना गाइडलाइन की तमाम धज्जियां उड़ाते नजर आई. चिकित्सा विभाग दफ्तर के बाहर अधिकारियों की नाक के नीचे सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल किसी को नजर नहीं आया. उधर, कोरोना टीका लगवाने के लिए घंटो लाइन में लगे बुजुर्गों का नम्बर नहीं आया. तब नाराज होकर कुछ बुजुर्ग भड़क गए और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों पर अपना गुस्सा निकालने लगे.
डॉ. सोनालिका सारस्वत ने बताया कि जिन बुजुर्गों को को-वैक्सीन लग चुकी है. उन्हें दूसरा टीका लगवाने का समय होने के चलते बुजुर्ग बड़ी संख्या में को-वैक्सीन लगवाने के लिए आ रहे हैं, लेकिन कोवीशिल्ड सेशन होने के चलते बुजुर्गों को को-वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है.
ऐसे में बुजुर्गों की परेशानी जायज है. वहीं उन्होंने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के लिए लोगों को बार-बार समझाया जा रहा है लेकिन फिर भी जानबूझकर कोरोना गाइडलाइन की धज्जिया उडाई जा रही है. ऐसे में करोना संक्रमण बढ़ने का खतरा बरकरार है.