श्रीगंगानगर. राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने शुक्रवार को राजस्थान के समस्त संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और आबकारी विभाग के अधिकारियों से वीसी के माध्यम से निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अवैध शराब का निर्माण करने वाले नागरिकों को चिन्हित कर उन्हें हर हाल में इस काम से रोकना है. साथ ही उन्हें नवजीवन योजना से जोड़कर उन्हें मुख्य धारा में लाना होगा.
वीसी में संभागीय आयुक्त बीकानेर भंवरलाल मेहरा, जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद वर्मा, पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत और जिला आबकारी अधिकारी प्रतिष्ठा पिलानिया ने भाग लिया. वीसी में उच्च अधिकारियों ने बताया कि गत दिनों भरतपुर और भीलवाड़ा में जहरीली शराब के सेवन से नागरिकों का नुकसान हुआ है और भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृति ना हो, इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
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जिले में आबकारी और पुलिस विभाग ऐसे स्थानों को चिन्हित करें जहां पर वे लोग इस प्रकार के अवैध धंधे में संलिप्त हैं. इस प्रकार के लोगों को चिन्हित कर उन लोगों को मुख्य धारा में लाना होगा. प्रदेश में इस प्रकार की दुखान्तिका ना हो, इस पर सभी अधिकारियों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए. संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा ने गंगानगर संभाग के चारों जिलों की प्रगति की जानकारी दी. उन्होंने चारों जिलों में चलाए जा रहे अवैध शराब के विरूद्ध विशेष निरोधात्मक कार्रवाई की जानकारी दी.
बता दें कि श्रीगंगानगर जिले में अब तक 573 धावे बोले गए और 117 अभियोग दर्ज किए गए हैं. उन्होंने बताया कि देसी मदिरा (बोतल में) 263.68 लीटर, हथकड़ (बोतल में ) 671.79 लीटर जब्त की गई. साथ ही वााश (नष्ट) 82550 लीटर, जब्त वाश 601 लीटर, डोडा पोस्त 85.3 किलो जब्त किया गया है. पुलिस एवं आबकारी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 59 भट्टियां नष्ट की.