श्रीगंगानगर. जिले में लोन नहीं चुकाने पर बुधवार को तय बजारी में दुकान को सीज करने की कार्रवाई की गई. बैंक की रिकवरी टीम पुलिस जाब्ते के साथ तय बाजारी एरिया में पहुंची. यहां मौके पर कुछ व्यापारी भी इकट्ठा हुए.
इस दौरान सिंडिकेट बैंक के मैनेजर महेंद्र कुमार ने बताया, कि दुकान के मालिकों ने लोन लिया था, जो साल 2017 में एनपीए हो गया. उन्होंने बताया, कि 13 लाख 80 हजार का लोन लिया गया था. लोन राशि जमा नहीं कराने की स्थिति में बैंक को यह कदम उठाना पड़ा है. बुधवार अचानक पुलिस की गाड़ियां और अन्य वाहन तय बाजारी पहुंचे तो व्यापारी सकते में आ गए. बाद में पता चला, कि यहां रिकवरी को लेकर कार्रवाई की जा रही है. कुछ देर तक बैंक टीम और पुलिस के साथ वहां मौजूद दो-तीन व्यापारियों ने बात की. इसके बाद दुकान को सीज करने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
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बैंक मैनेजर ने बताया, कि लोन लेने वालों को राशि जमा करवाने के बारे में कई बार बात की गई थी, लेकिन लोन चुका पाने के मामले में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. वहीं, मौके पर मौजूद व्यापारियों से कुछ लोगों ने बैंक की टीम से लोन के संबंध में बातचीत की लेकिन हल नहीं निकला.
सिंडिकेट बैंक मैनेजर ने बताया, कि तय बाजारी में दुकान नंबर 74-75 का सरफैसी एक्ट के तहत फिजिकल कब्जा लिया गया है. यह प्रॉपर्टी चंद्रकांता और भगवानदास जो पति पत्नी है जिन्होंने जॉइंट लोन लिया था. लेकिन लोन चुकाया नहीं गया. ऐसे में रिकवरी की कार्रवाई के दौरान बैंक ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए बुधवार को दुकान का कब्जा लिया है.
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वहीं बैंक ने दुकान मालिक को लोन चुकता करने के लिए एक महीने का समय दिया है. ऐसे में दुकान मालिक एक महीने के भीतर अगर पूरा लोन चुकता करता है तो बैंक की ओर से दुकान का कब्जा दुकानदार को वापिस दे दिया जाएगा.