श्रीगंगानगर. एसीबी ने पद का दुरुपयोग करने और फर्जी बिल के जरिए लाभ लेने के एक मामले में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ अभियोग दर्ज किया है. श्रीगंगानगर की साईं कंस्ट्रक्शन कंपनी ने ठेकेदारी कार्य हेतु बी श्रेणी से ए श्रेणी में पंजीयन करवाने के लिए आवेदन किया था. रजिस्ट्रेशन के लिए फर्म के आवेदन पत्र से साथ संलग्न दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं.
राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अतिरिक्त मुख्य अभियंता शीशराम बसेरा ने 8 नवम्बर 2016 को साईं कंस्ट्रक्शन कंपनी को बी श्रेणी से ए श्रेणी में पंजीयन किया था. एसीबी अधिकारियों की मानें तो फर्म द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बी श्रेणी से ए श्रेणी में पंजीयन करवाया गया था. मामले में एसीबी से शिकायत की गई थी. जिसके बाद एएसपी राजेंद्र प्रसाद ने मालमे की जांच की. जांच के दौरान पाया गया कि फर्म साईं कंस्ट्रक्शन कंपनी ने विभिन्न फर्मों के बिल और नाम में परिवर्तन कर अपने आवेदन पत्र के साथ संलग्न किए थे. जिसमें मैसर्स शक्ति ट्रेडर्स, मैसर्स भोगल एग्रीकल्चर वर्क्स बठिंडा और कृष्णा मशीनरी स्टोर श्रीगंगानगर के बिल शामिल हैं. जिस पर इन फर्मों के बिलों का सत्यापन नहीं हो कर फर्जी व कूट रचित होना पाए गए हैं. जांच के दौरान पाया गया कि तथ्यों का सही परीक्षण नहीं कर फर्म साईं कंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ मिलीभगत एवं पद का दुरुपयोग किया है.
उक्त तथ्यों के आधार पर साईं कंस्ट्रक्शन कंपनी, राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अतिरिक्त मुख्य अभियंता शीशराम बसेरा, हरि कृष्ण शर्मा, देवेंद्र कुमार, बलराम और पार्टनर फर्म साईं कंस्ट्रक्शन कंपनी गंगानगर के विरुद्ध एसीबी मुख्यालय ने मामल अभियोग दर्ज किया है. जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई है. एसीबी के अधिकारी वेद प्रकाश लखोटिया ने बताया है कि यह मामला पद के दुरुपयोग और फर्जी बिल तैयार कर लाभ अर्जित करने से जुड़ा है. जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी.