सिरोही. जिले के रेवदर उपखण्ड मुख्यालय स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन से पूरे राजस्थान में अपना परचम लहराया है. सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को लगभग 85 लाख की छात्रवृत्ति का लाभ मिलने वाला है. इस कीर्तिमान को स्थापित करने में शिक्षक राधेश्यान की भी विशेष भूमिका रही है.
शिक्षक राधेश्याम छापोला मूलतः सिद्धमुख, जिला चूरू के निवासी हैं. वर्तमान में महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय रेवदर में गणित विषय के व्याख्याता हैं. उन्होंने अपनी कार्यकुशलता और अपने स्टाफ साथियों के साथ सामंजस्य एवं सहयोग से विद्यालय के 34 विद्यार्थियों का प्रधानमंत्री यशस्वी योजना (पीएमवाय) में चयन करवाया, जिसमें चयनित प्रत्येक विद्यार्थी को ₹250000 की छात्रवृत्ति मिलेगी. छात्रवृत्ति प्रतियोगिता का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी एनटीए की ओर से गत वर्ष सितंबर 2022 में किया गया था. परीक्षा में पूरे राजस्थान से उत्तर मैट्रिक स्तर पर 200 विद्यार्थियों का चयन हुआ है, जिसमें से 34 विद्यार्थी केवल राजकीय विद्यालय से हैं.
कक्षा 9 व 11 के लिए होती है परीक्षा : प्रधानमंत्री यशस्वी योजना केंद्र सरकार की एक छात्रवृत्ति योजना है, जिसका उद्देश्य प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है. इस परीक्षा के लिए कक्षा 9 व 11 के विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं, जिनकी पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम हो. 9वीं कक्षा के विद्यार्थी के चयन होने पर प्रत्येक वर्ष 75000 रुपए एवं 11वीं के विद्यार्थी के चयन पर प्रति वर्ष 125000 रुपए दो वर्षों के लिए मिलते हैं.
छापेला की हो रही प्रशंसा : शिक्षक राधेश्याम छापोला स्कूल में छात्रवृत्ति योजना के प्रभारी भी हैं. उन्होंने जागरूक होकर छात्रों से आवेदन करवाए. इसके बाद उन्हें परीक्षा के लेवल की तैयारी भी करवाई. इसके कारण रेवदर उपखण्ड के एक ही विद्यालय से 34 विद्यार्थियों का चयन होना अपने आप में एक रिकॉर्ड है. राधेश्याम का कहना है कि इस प्रकार की छात्रवृत्ति विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य को संवारने में अहम भूमिका निभाती है. विद्यालय से उचित मार्गदर्शन मिलने पर आर्थिक रूप से वंचित प्रतिभाशाली विद्यार्थी भी कठिन लक्ष्य हासिल कर लेता है. इस क्षेत्र में जागरूकता व नवाचार की आवश्यकता है.