माउंट आबू (सिरोही). सिरोही जिले के माउन्ट आबू में नगरपालिका नेता प्रतिपक्ष सुनील आचार्य पर आरोपी राकेश अग्रवाल उर्फ़ बॉबी अग्रवाल और उसके साथियों ने जानलेवा हमला किया. हमले में सुनील आचार्य गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना के बाद बॉबी अग्रवाल और उसके एक साथी रामनिवास को गिरफ्तार कर लिया गया था.
इस मामले में शेष आरोपी घटना के चार दिन बाद भी फरार हैं. मामले में मुख्य गवाह अशोक राणा को आरोपी के भाई मुकेश अग्रवाल उर्फ़ रिंकू अग्रवाल ने माउंट आबू थाने में धमकाया (Witness threatened in Mount Abu police station) और गवाही वापस लेने का दबाब बनाया. इसके बाद शांति समिति की बैठक हुई, जिसमें एसपी धर्मेंद्र सिंह मौजूद रहे. मुख्य गवाह इस दौरान एसपी के सामने पेश होकर थाने में धमकाने का आरोप लगाया.
इस पर एसपी धर्मेंद्र सिंह ने इसे तुरंत ही आरोपी मुकेश अग्रवाल उर्फ़ रिंकू अग्रवाल कों गिरफ्तार करने आदेश दिये और पुलिस ने एक होटल से उसे गिरफ्तार कर लिया. उधर पूरे मामले में माउंट आबू में आक्रोश फैला हुआ है. शुक्रवार कों आबू चौरासी भील समाज, नगरपालिका कर्मचारी, राजपूत समाज, ब्राह्मण समाज सहित विभिन्न संगठनों रैली निकाल (Mount Abu protest rally ) एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
इस मामले में स्थानीय पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर मुख्य गवाह को पुलिस थाने में पुलिस की मौजूदगी में कैसे धमकाया गया ? आरोपी मुकेश अग्रवाल उर्फ़ रिंकू अग्रवाल कों मामले में नामजद आरोपी होने के बाद भी चार दिन तक गिरफ्तार क्यूं नहीं किया गया ? एसपी के आदेश के बाद आखिर रिंकू को गिरफ्तार करना पड़ा, स्थानीय पुलिस ने यह पहल क्यों नहीं की. इन सभी सवालों को लेकर लोगों ने रैली निकाली और आक्रोश प्रकट किया.