सिरोही. उच्च शिक्षा राज्य मंत्री सिरोही जिला के प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी ने वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में प्रभारी मंत्री कोविड-19 महामारी के संबंध में आगामी कार्य योजना, जल आपूर्ति प्रबन्धन, मनरेगा, कृषि उपज समर्थन मूल्य खरीद, विद्युत व्यवस्था आदि व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के संकट पर विजय पाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है.
उन्होंने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए हम सभी एक जुट होकर कार्य योजना के अनुरूप कार्य करें तो जीत अवष्य ही होगी. उन्होंने वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए प्रशासन का मनोबल बढाते हुए सीमित संसधानों में भी सराहनीय कार्य करने के लिए जिला प्रशासन को प्रशंसा की.
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प्रभारी मंत्री ने कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए प्रशासन की ओर से किए गए प्रयासों की जानकारी लेकर आवष्यक निर्देष दिए. उन्होंने निर्देष दिए कि जिले की सीमाओं पर बनाए गए चैकपोस्टों पर आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिंग की जाए. साथ ही कितने लोग अभी आ चुके है, उसकी भी जानकारी ली. उन्होंने प्रवासियों की निगरानी करने और नियमों का पालन सुनिष्चित हों इसके निर्देश दिए और उन्हें रोजगार के अवसर भी मिले.
उन्होंने कहा कि इस महामारी की रोकथाम में लगे हुए समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए. उन्होंने आश्वस्त किया कि यदि इस कार्य को करने में किसी तरह की कोई समस्या आएगी तो निश्चित रूप से उच्च स्तर पर ध्यान आकर्षण कर उसका समाधान करने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने निजी चिकित्सालय में ओपीडी की जानकारी ली. साथ ही ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से हो और अंतिम छोर पर बैठे हुए आमजन को भी पेयजल आपूर्ति बनाए रखें, इसके लिए आवष्यकतानुसार शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति की जाए ताकि आमजन को पेयजल किल्लत का सामना नहीं करना पडे.
उन्होंने पेयजल आपूर्ति के लिए बनाए गए कन्टीजेंसी प्लान के साथ ही उन्होंने हैण्डपम्प मरम्मत में ढिलाई न बरतने की हिदायत दी और टयूबवैल यदि खराब है, तो समयबद्ध रूप से उन्हें तुरन्त दुरस्त करने को कहा. साथ ही उन्होंने मनरेगा के कार्यों की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने जानकारी देकर बताया कि कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किए जा रहें हैं और काफी हद तक इन प्रयासों के माध्यम से ही कई दिनों तक जिला ग्रीन जोन में रहा है. उन्होंने बताया कि अब तक जिले में आने वाले प्रवासियों की निगरानी के लिए ग्राम निगरानी समिति, गांव रक्षा दल, आगनवाडी, नेहरू युवा दल, चिकित्सा कर्मी, पुलिस इत्यादी की ओर से निगरानी रखी जा रही है और होम क्वारंटाईन किए गए लोगों पर विषेष ध्यान रखा जा रहा है.
साथ ही लगातार जिले की सीमा पर आ रहें प्रवासियों की स्क्रीनिंग की जा रही है. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति की जा रही है और जरूरत पडने पर टैंकरों की सप्लाई संख्या को बढा दिया जाएगा. उन्होंने मरम्मत किए जा रहें हैण्डपम्प, टयूबवैल और जलस्त्रोतों में पेयजल के स्तर की जानकारी भी दी.
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उन्होंने प्रभारी मंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 10 वर्षों में महात्मा गांधी नरेगा योजना में सिरोही जिले में सर्वाधिक रोजगार श्रमिक नियोजन में राजस्थान में सिरोही जिला प्रथम स्थान पर है और आवश्यकतानुसार और भी नए कार्यों की स्वीकृति जारी की जाएगी और श्रमिकों का नियोजना भी किया जाएगा जिसमें प्रवासी श्रमिकों भी अवसर प्रदान कर रोजगार मुहैया कराया जाएगा.
उन्होंने बताया कि मनरेगा में 70 हजार श्रमिकों का नियोजन किया गया है जो सर्वाधिक संख्या है. जिला पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने कानून और शांति व्यवस्था, कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए पुलिस दलों, सीमा पर प्रवासियों के आगमन और धारा 144 की जानकारी दी.
इस वीडियो कॉफ्रेंस में अतिरिक्त जिला कलेक्टर रिछपालसिंह बुरडक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हर्ष रत्नु, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार समेत संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे.