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पंकज सुथार हत्याकांड: पिता ही निकला हत्या का सूत्रधार, 5 लोग गिरफ्तार

सिरोही जिले का बहुचर्चित पंकज सुथार हत्याकांड का आज यानि मंगलवार को सिरोही पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या के आरोप में मुख्य सूत्रधार पंकज के पिता प्रवीण सुथार सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की जांच में सामने आया कि पिता पुत्र के बीच काफी समय से अनबन चल रही थी. पिता के साथ पंकज की कई बार हाथापाई भी हुई. इसके चलते पिता ने उसकी सुपारी देकर हत्या करवा दी. पुलिस ने मामले में एक कॉन्ट्रैक्ट किलर को भी गिरफ्तार किया है.

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पंकज सुथार हत्याकांड में बड़ा खुलासा...
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Published : Feb 11, 2020, 8:04 PM IST

Updated : Feb 11, 2020, 8:50 PM IST

सिरोही. इस मामले में महानिरीक्षक सचिन मित्तल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि प्रार्थी प्रवीण कुमार सुथार ने पिंडवाड़ा थाना में एक रिपोर्ट 21 जनवरी को दी थी. उसका पुत्र पंकज कुमार जो एक निजी ट्रेवल्स में काम करता था. वह बस से पिंडवाड़ा पहुंचा था, जहां उसके बुलाने पर वह उसे लेने के लिए जनापुर चौराहा गया. लेकिन पंकज वहां नहीं मिला, उसके बाद से पंकज का मोबाइल बंद आ रहा था.

पंकज सुथार हत्याकांड में बड़ा खुलासा...

पंकज की तलाश की गई पर पंकज का कोई पता नहीं लगा. 23 जनवरी को दोपहर 3 बजे रोहिड़ा थाना पुलिस को एक अधजली लाश मिली. इस पर वहां जाकर देखा तो वह पंकज सुथार ही था, जिस पर पुलिस ने अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम गठित की और मौके से ही आवश्यक साक्ष्य जुटाए.

यह भी पढ़ेंः RTS अधिकारी की FB आईडी हैक, बीमारी का हवाला देकर 80 रिश्तेदारों-मित्रों से मांगे पैसे

पुलिस की जांच में सामने आया कि पिता-पुत्र के बीच काफी समय से अनबन थी, जिस पर पुलिस ने सख्ती से पंकज सुथार के पिता प्रवीण से पूछताछ की तो पिता ने सब राज उगल दिए. उसने हत्या के लिए सुपारी देना कबूल किया. पूछताछ में प्रवीण ने बताया कि 21 जनवरी को जैसे ही उसके पुत्र पंकज सुथार का फोन आया कि वह जनापुर चौराहे पर खड़ा है. प्रवीण ने अपने पुत्र को मरवाने के लिए रोहिड़ा निवासी कांतिलाल माली को 1 लाख 25 हजार की सुपारी दी थी. कांतिलाल ने अपने सहयोगी पप्पू गरासिया निवासी पाबा, शंभू राम गरासिया निवासी उपलागढ़, नोका राम गरासिया और रमेश गरासिया निवासी पाबा के साथ मिलकर पंकज को मारने की योजना बनाई.

21 जनवरी को जैसे ही पंकज जनापुर चौराहे पर उतरा और अपने पिता को लेने के लिए फोन किया. उसी दौरान कांतिलाल और चारों अभियुक्त वेलकम चौराहे पर खड़े थे. जिन्हें प्रवीण ने फोन कर जनापुर चौराहे बुलाया. वहां पहुंचने पर प्रवीण और उसका पुत्र पहले से खड़े थे, जिनके पास कांतिलाल जीप लेकर पहुंचा और प्रवीण ने जीप के अंदर अपने पुत्र को बैठाने को कहा. प्रवीण आगे की सीट पर बैठ गया और उसका पुत्र पंकज पीछे की सीट पर बैठा.

सभी लोग जीप में सवार होकर उदयपुर हाइवे पर रवाना हो गए. कांटल रोड पर प्रवीण सुथार जो पंकज का पिता है, वह रास्ते में उतर गया. प्रवीण ने जीप की सीट पर 50 हजार रखकर कांतिलाल को बोला, इसको मार देना यह बचना नहीं चाहिए. अगर बच गया तो यह मुझे मार देगा. यह कहकर वह उतर गया और कांतिलाल व अन्य चारों आरोपी पंकज को लेकर रवाना हो गए. रास्ते में पंकज को गमछे से गला घोंटकर मार दिया. मारने के बाद पंकज सुथार को वालोरिया की तरफ रोड के किनारे डालकर पूर्व में अपने साथ लाए पेट्रोल की बोतल से ऊपर पेट्रोल डाल दिया और आग लगा दी व वहां से निकल गए.

यह भी पढ़ेंः हनुमानगढ़ में ऑनर किलिंग : प्रेम विवाह के चलते युवक की धारदार हथियार से हत्या

पुलिस ने हर पहलू पर खास ध्यान रखकर जांच की, जिसमें पुलिस को यह सफलता मिली है. मामले में रमेश गरासिया निवासी पाबा फरार चल रहा है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसपी कल्याण मल मीणा, एएसपी हर्ष रतनु, पिंडवाडा सीओ किशोर सिंह, थानाधिकारी सुमेर सिंह और इंदा सहित पुलिस की टीम मौजूद रही. हत्याकांड पिंडवाडा का बहुचर्चित मामला था, जिस पर पर थाने के बाहर लोगों की भारी भीड़ जमा रही और पुलिस के पक्ष में नारेबाजी भी की गई.

मामले में जमकर हुई राजनीति...

पंकज सुथार हत्याकांड में पुलिस द्वारा आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर समाज और शहरवासी थाने के बाहर दो बार प्रदर्शन किए. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई. इस प्रदर्शन में आरोपी पिता भी शामिल था. वहीं मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सिरोही विधायक संयम लोढा और पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया ने विधानसभा में मामला उठाकर वेल में आकर विरोध जताया था.

सिरोही. इस मामले में महानिरीक्षक सचिन मित्तल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि प्रार्थी प्रवीण कुमार सुथार ने पिंडवाड़ा थाना में एक रिपोर्ट 21 जनवरी को दी थी. उसका पुत्र पंकज कुमार जो एक निजी ट्रेवल्स में काम करता था. वह बस से पिंडवाड़ा पहुंचा था, जहां उसके बुलाने पर वह उसे लेने के लिए जनापुर चौराहा गया. लेकिन पंकज वहां नहीं मिला, उसके बाद से पंकज का मोबाइल बंद आ रहा था.

पंकज सुथार हत्याकांड में बड़ा खुलासा...

पंकज की तलाश की गई पर पंकज का कोई पता नहीं लगा. 23 जनवरी को दोपहर 3 बजे रोहिड़ा थाना पुलिस को एक अधजली लाश मिली. इस पर वहां जाकर देखा तो वह पंकज सुथार ही था, जिस पर पुलिस ने अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम गठित की और मौके से ही आवश्यक साक्ष्य जुटाए.

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पुलिस की जांच में सामने आया कि पिता-पुत्र के बीच काफी समय से अनबन थी, जिस पर पुलिस ने सख्ती से पंकज सुथार के पिता प्रवीण से पूछताछ की तो पिता ने सब राज उगल दिए. उसने हत्या के लिए सुपारी देना कबूल किया. पूछताछ में प्रवीण ने बताया कि 21 जनवरी को जैसे ही उसके पुत्र पंकज सुथार का फोन आया कि वह जनापुर चौराहे पर खड़ा है. प्रवीण ने अपने पुत्र को मरवाने के लिए रोहिड़ा निवासी कांतिलाल माली को 1 लाख 25 हजार की सुपारी दी थी. कांतिलाल ने अपने सहयोगी पप्पू गरासिया निवासी पाबा, शंभू राम गरासिया निवासी उपलागढ़, नोका राम गरासिया और रमेश गरासिया निवासी पाबा के साथ मिलकर पंकज को मारने की योजना बनाई.

21 जनवरी को जैसे ही पंकज जनापुर चौराहे पर उतरा और अपने पिता को लेने के लिए फोन किया. उसी दौरान कांतिलाल और चारों अभियुक्त वेलकम चौराहे पर खड़े थे. जिन्हें प्रवीण ने फोन कर जनापुर चौराहे बुलाया. वहां पहुंचने पर प्रवीण और उसका पुत्र पहले से खड़े थे, जिनके पास कांतिलाल जीप लेकर पहुंचा और प्रवीण ने जीप के अंदर अपने पुत्र को बैठाने को कहा. प्रवीण आगे की सीट पर बैठ गया और उसका पुत्र पंकज पीछे की सीट पर बैठा.

सभी लोग जीप में सवार होकर उदयपुर हाइवे पर रवाना हो गए. कांटल रोड पर प्रवीण सुथार जो पंकज का पिता है, वह रास्ते में उतर गया. प्रवीण ने जीप की सीट पर 50 हजार रखकर कांतिलाल को बोला, इसको मार देना यह बचना नहीं चाहिए. अगर बच गया तो यह मुझे मार देगा. यह कहकर वह उतर गया और कांतिलाल व अन्य चारों आरोपी पंकज को लेकर रवाना हो गए. रास्ते में पंकज को गमछे से गला घोंटकर मार दिया. मारने के बाद पंकज सुथार को वालोरिया की तरफ रोड के किनारे डालकर पूर्व में अपने साथ लाए पेट्रोल की बोतल से ऊपर पेट्रोल डाल दिया और आग लगा दी व वहां से निकल गए.

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पुलिस ने हर पहलू पर खास ध्यान रखकर जांच की, जिसमें पुलिस को यह सफलता मिली है. मामले में रमेश गरासिया निवासी पाबा फरार चल रहा है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसपी कल्याण मल मीणा, एएसपी हर्ष रतनु, पिंडवाडा सीओ किशोर सिंह, थानाधिकारी सुमेर सिंह और इंदा सहित पुलिस की टीम मौजूद रही. हत्याकांड पिंडवाडा का बहुचर्चित मामला था, जिस पर पर थाने के बाहर लोगों की भारी भीड़ जमा रही और पुलिस के पक्ष में नारेबाजी भी की गई.

मामले में जमकर हुई राजनीति...

पंकज सुथार हत्याकांड में पुलिस द्वारा आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर समाज और शहरवासी थाने के बाहर दो बार प्रदर्शन किए. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई. इस प्रदर्शन में आरोपी पिता भी शामिल था. वहीं मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सिरोही विधायक संयम लोढा और पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया ने विधानसभा में मामला उठाकर वेल में आकर विरोध जताया था.

Intro:पंकज सुथार हत्याकांड का हुआ खुलासा पिता ही निकला हत्या का सूत्रधार
एंकर सिरोही जिले का बहुचर्चित पंकज सुथार हत्याकांड का आज सिरोही पुलिस ने खुलासा कर दिया है पुलिस ने हत्या के आरोप में मुख्य सूत्रधार पंकज के पिता प्रवीण सुथार सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है ।पुलिस की जांच में सामने आए की पिता पुत्र के बीच कई समय से अनबन चल रही थी । पिता के साथ पंकज की कई बार हाथापाई भी हुई इसके चलते पिता ने उसके सुपारी देकर हत्या करवा ली । पुलिस ने मामले में एक कॉन्ट्रैक्ट किलर को भी गिरफ्तार किया है ।


Body: जोधपुर महानिरीक्षक सचिन मित्तल ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि प्रार्थी प्रवीण कुमार सुथार ने पिंडवाड़ा थाना में एक रिपोर्ट 21 जनवरी को दी कि उसका पुत्र पंकज कुमार जो एक निजी ट्रेवल्स में काम करता था ।वह बस से पिंडवाड़ा पहुंचा था जहां उसके बुलाने पर वह उसे लेने के लिए जनापुर चौराहा गया पर पंकज वह नहीं मिला उसके बाद से पंकज का मोबाइल बंद आ रहा था ।पंकज की तलाश की गई पर पंकज का कोई पता नहीं लगा । 23 जनवरी को 3:00 बजे रोहिड़ा थाना पुलिस को एक अधजली लाश मिली जिस पर वहां जाकर देखा तो वह पंकज सुथार ही था । जिस पर पुलिस ने अपहरण व हत्या का मामला दर्ज किया । मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टीमें गठित की और मौके से की आवश्यक। साक्ष्य जुटाए । पुलिस की जांच में सामने आया कि पिता-पुत्र के बीच कई समय से अनबन थी जिस पर पुलिस ने सख्ती से पंकज सुथार के पिता प्रवीण से पूछताछ की तो पिता ने सब राज उगल दिए और उसने हत्या के लिए सुपारी देना कबूल किया। पूछताछ में प्रवीण ने बताया कि 21 जनवरी को जैसे ही उसके पुत्र पंकज सुथार का फोन आया कि वह जनापुर चौराहे पर खड़ा है। प्रवीण ने अपने पुत्र को मरवाने के लिए रोहिड़ा निवासी कांतिलाल माली को 1 लाख 25 हजार की सुपारी दी थी । कांतिलाल ने अपने सहयोगी पप्पू गरासिया निवासी पाबा , ,शंभू राम गरासिया निवासी उपलागढ़ , नोका राम गरासिया व रमेश गरासिया निवासी पाबा के साथ मिलकर पंकज को मारने की योजना बनाई । 21 जनवरी को जैसे ही पंकज जनापुर। चौराहे पर उतरा और अपने पिता को लेने के लिए फोन किया। उसी दौरान कांति लाल वह चारों अभियुक्त वेलकम चौराहे पर खड़े थे जिन्हें प्रवीण द्वारा फोन कर जनापुर चौराहे बुलाया गया। वहां पहुंचने पर प्रवीण व उसका पुत्र पहले से खड़े थे जिनके पास कांतिलाल जीप लेकर पहुचा व प्रवीण द्वारा जीप के अंदर अपने पुत्र को बैठाने को कहा प्रवीण आगे की सीट पर बैठ गया व उसका पुत्र पंकज पीछे की सीट पर बैठा । सभी लोग जीप में सवार होकर उदयपुर हाईवे पर रवाना हो गए । काँटल रोड पर प्रवीण सुथार जो पंकज का पिता है वह रास्ते में उतर गया। प्रवीण ने जीप की सीट पर 50 हज़ार रखकर कांतिलाल को बोला इसको मार देना यह बचना नहीं चाहिए अगर बच गया तो यह मुझे मार देगा। यह कहकर वह उतर गया और कांतिलाल व अन्य चारो आरोपी पंकज को लेकर रवाना हो गए रास्ते में पंकज को गमछे से गला घोंटकर मार दिया । मारने के बाद पंकज सुथार को वालोरिया की तरफ रोड के किनारे डालकर पूर्व में अपने साथ लाए पेट्रोल की बोतल से ऊपर पेट्रोल डाल दिया व आग लगा दी वहां से निकल गए। पुलिस ने हर पहलू पर खास ध्यान रखकर जांच की जिसमे पुलिस को यह सफलता मिली है । मामले में रमेश गरासिया निवासी पाबा फरार चल रहा है जिसकी पुलिस तलाश कर रही है । प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसपी कल्याण मल मीणा ,एएसपी हर्ष रतनु ,पिंडवाडा सीओ किशोर सिंह ,थानाधिकारी सुमेरसिंह इंदा सहित पुलिस की टीम मौजूद रही । हत्याकांड पिंडवाडा का बहुचर्चित मामला था जिसपर पर थाने के बाहर लोगो की भारी भीड़ जमा रही । और पुलिस के पक्ष में नारेबाजी भी की गई ।


Conclusion:मामले में जमकर हुई राजनीति
पंकज सुथार हत्याकांड में पुलिस द्वारा आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी नही होने को लेकर समाज और शहरवासियों द्वारा थाने के बाहर दो बार प्रदर्शन हुआ और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई । इस पदर्शन में आरोपी पिता भी शामिल था । वही मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नही होने और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सिरोही विधायक संयम लोढा और पिंडवाड़ा विधयाक समाराम गरासिया ने विधानसभा में मामला उठाकर वेल में आकर विरोध जताया था ।

बाइट सचिन मित्तल, आईजी जोधपुर

वन टू वन सचिन मित्तल

नोट। खबर से सम्बंधित कुछ वीडियो 24 जनवरी और 26 जनवरी को भेजी खबर से ले सकते है ।
Last Updated : Feb 11, 2020, 8:50 PM IST
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