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ब्रह्मकुमारी संस्था प्रमुख दादी जानकी का 104 वर्ष की उम्र में निधन, PM और CM गहलोत ने जताया शोक

दुनिया के सबसे आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारी संस्था की मुख्य प्रशासिका और स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर राजयोगिनी दादी जानकी का 27 मार्च की सुबह 2 बजे निधन हो गया. माउण्ट आबू के ग्लोबल हास्पिटल में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली. दादी जानकी के देहावसान पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री ने भी शोक व्यक्त किया है.

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Published : Mar 27, 2020, 9:07 AM IST

Updated : Mar 27, 2020, 10:53 AM IST

राजयोगिनी दादी जानकी, Rajyogini Dadi Janaki passed away
राजयोगिनी दादी जानकी

सिरोही. सबसे बड़े आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारी संस्थान की मुख्य प्रशासिका और स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर राजयोगिनी दादी जानकी का देहावसान हो गया. वे 104 साल की थी और माउण्ट आबू के ग्लोबल हास्पिटल में 27 मार्च को सुवह 2 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.

राजयोगिनी दादी जानकी का निधन

राजयोगिनी दादी जानकी दुनिया की एकमात्र महिला थीं, जिन्हें मोस्ट स्टेबल माइंड इन वल्र्ड का खिताब मिला था. स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. दादी जानकी का अंतिम संस्कार सायं 3.30 बजे ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में होगा.

  • My heartfelt condolences at the passing away of Rajyogini Dadi Janki ji, chief of Brahma Kumaris. She was one of the most inspiring spiritual leaders of our times. My thoughts are with lakhs of her followers. May God give them strength.

    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 27, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दादी जानकी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी शोक व्यक्त किया है.

  • Rajyogini Dadi Janki Ji, Chief of the Brahma Kumaris, served society with diligence. She toiled to bring a positive difference in the lives of others. Her efforts towards empowering women were noteworthy. My thoughts are with her countless followers in this sad hour. Om Shanti. pic.twitter.com/nCUwyh58f8

    — Narendra Modi (@narendramodi) March 27, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जानकारी के अनुसार दुनिया में दादी के नाम से मशहूर राजयोगिनी दादी जानकी का जन्म 1 जनवरी, 1916 को हैदराबाद सिंध (जो अभी पाकिस्तन में है) में हुआ था. उन्होंने 21 वर्ष की उम्र में ही इस आध्यात्मिक पथ को अपना लिया था. सन् 1970 में भारतीय संस्कृति, मानवीय मूल्यों और राजयोग का संदेश देने के लिए पश्चिमी देशों का रुख किया था.

पढ़ें- लॉक डाउनः कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार ने जारी किया Helpline number

विश्व के 140 देशों में उन्होंने ब्रह्माकुमारी केन्द्रों की स्थापना कर लाखों लोगों के अन्दर एक सच्चे मानव के संस्कार का बीज बोया था. ब्रह्माकुमारीज संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि के देहावसान के पश्चात सन् 27 अगस्त, 2007 को वे संस्थान की मुख्य प्रशासिका बनी.

दादी जी नारी शक्ति की अनुपम मिसाल थीं. उनके सान्निध्य में तकरीबन 46 हजार युवा बहनों ने अपना जीवन ईश्वरीय सेवा में समर्पित किया. वे इन 46 हजार युवा बहनों की अभिभावक थी. दादी जानकी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि.

सिरोही. सबसे बड़े आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारी संस्थान की मुख्य प्रशासिका और स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर राजयोगिनी दादी जानकी का देहावसान हो गया. वे 104 साल की थी और माउण्ट आबू के ग्लोबल हास्पिटल में 27 मार्च को सुवह 2 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.

राजयोगिनी दादी जानकी का निधन

राजयोगिनी दादी जानकी दुनिया की एकमात्र महिला थीं, जिन्हें मोस्ट स्टेबल माइंड इन वल्र्ड का खिताब मिला था. स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. दादी जानकी का अंतिम संस्कार सायं 3.30 बजे ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में होगा.

  • My heartfelt condolences at the passing away of Rajyogini Dadi Janki ji, chief of Brahma Kumaris. She was one of the most inspiring spiritual leaders of our times. My thoughts are with lakhs of her followers. May God give them strength.

    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 27, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दादी जानकी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी शोक व्यक्त किया है.

  • Rajyogini Dadi Janki Ji, Chief of the Brahma Kumaris, served society with diligence. She toiled to bring a positive difference in the lives of others. Her efforts towards empowering women were noteworthy. My thoughts are with her countless followers in this sad hour. Om Shanti. pic.twitter.com/nCUwyh58f8

    — Narendra Modi (@narendramodi) March 27, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जानकारी के अनुसार दुनिया में दादी के नाम से मशहूर राजयोगिनी दादी जानकी का जन्म 1 जनवरी, 1916 को हैदराबाद सिंध (जो अभी पाकिस्तन में है) में हुआ था. उन्होंने 21 वर्ष की उम्र में ही इस आध्यात्मिक पथ को अपना लिया था. सन् 1970 में भारतीय संस्कृति, मानवीय मूल्यों और राजयोग का संदेश देने के लिए पश्चिमी देशों का रुख किया था.

पढ़ें- लॉक डाउनः कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार ने जारी किया Helpline number

विश्व के 140 देशों में उन्होंने ब्रह्माकुमारी केन्द्रों की स्थापना कर लाखों लोगों के अन्दर एक सच्चे मानव के संस्कार का बीज बोया था. ब्रह्माकुमारीज संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि के देहावसान के पश्चात सन् 27 अगस्त, 2007 को वे संस्थान की मुख्य प्रशासिका बनी.

दादी जी नारी शक्ति की अनुपम मिसाल थीं. उनके सान्निध्य में तकरीबन 46 हजार युवा बहनों ने अपना जीवन ईश्वरीय सेवा में समर्पित किया. वे इन 46 हजार युवा बहनों की अभिभावक थी. दादी जानकी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि.

Last Updated : Mar 27, 2020, 10:53 AM IST
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