सिरोही. विश्वभर में कोरोना ने कहर बरपा रखा है. जिसके चलते कई देश भयंकर समस्याओं से जूझ रहे हैं. जिसमें लोगों के सामने रोजी-रोटी का भी संकट मंडरा रहा है. ऐसे में राजस्थान के सिरोही में मनरेगा जरूरमन्दों के लिए एक वरदान साबित हो रही है.
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद के अनुसार सिरोही में पिछले दस वर्षों के आकड़ों पर गौर करें तो इस वर्ष के अप्रैल माह में सबसे ज्यादा श्रमिकों का नियोजन हुआ है. जिले में 70 हजार लोगों को मनरेगा योजना के तहत रोजगार मिला हुआ है. गौरतलब है कोरोना जैसी महामारी के समय में मनरेगा जरूरतमंद गरीब परिवारों के लिए संजीवनी बूटी साबित हुआ है.
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बता दें कि मनरेगा कार्यस्थल में मजदूरों के सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. कार्य स्थल पर सैनिटाइजर का उपयोग करना, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए कार्य करना और मास्क पहनने का यहां पूरा ध्यान रखा जा रहा है. जिससे कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम भी हो सके. मनरेगा में अन्य प्रदेशों में काम करने वाले मजदूर भी हैं, जो रोजगार के लिए बाहर गए थे और लॉकडाउन के कारण अपने घर नहीं जा पाए. ऐसे में मनरेगा योजना से उनको संबल मिल रहा है.