सिरोही. जिले के शिवगंज से रविवार की शाम अपह्रत हुए बच्चे को पुलिस ने सूचना मिलने के 3 घंटे के अंदर ही अपहरणकर्ता के चंगुल से छुड़ा लिया. इस मामले में सामने आया कि अपहरणकर्ता का बच्चे के पिता से पैसों के लेन-देन का विवाद था. वह बच्चे के पिता की ज्वैलरी की दुकान पर काम किया करता था. पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद के बाद उसने अपहरण की साजिश रची थी.
रविवार को बच्चे के घर से लापता होने पर परिजनों ने पहले अपने स्तर पर ढूंढा. इसके बाद जब अपहरणकर्ता ने परिजनों को फोन कर 1.5 करोड़ की फिरौती मांगी तो परिजनों के हाथ-पांव फूल गए. परिजनों ने मामले की जानकारी स्थानीय विधायक और पुलिस को दी.
पढ़ें: सास ने 5 लाख की सुपारी देकर करवाई थी दामाद की हत्या, 3 गिरफ्तार
शिवगंज निवासी बच्चा मीत सोनी (11) रविवार शाम 5 बजे घर से गायब हो गया था. मीत के पिता लक्ष्मण सोनी और परिजन अपने स्तर पर शिवगंज में उसे ढूंढते रहे लेकिन उसका कहीं सुराग नहीं लगा. रात करीब 11 बजे अपहरणकर्ता ने परिजनों को फोन कर बच्चे को छोड़ने की एवज में 1.5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी.
इसके बाद परिजनों ने स्थानीय विधायक संयम लोढ़ा को अपहरण और फिरौती मांगने की जानकारी दी. विधायक ने सिरोही एसपी धर्मेंद्र सिंह से फोन पर बात करके मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की. एसपी धर्मेंद्र सिंह ने तुरंत एएसपी मिलन कुमार, सीओ मदन सिंह, शिवगंज थानाधिकारी बुद्धाराम के नेतृत्व में टीम बनाकर तफ्तीश शुरू की. साइबर सेल की मदद से अपहरणकर्ता की लोकेशन पाली की तरफ मिली.
पढ़ें: चित्तौड़गढ़ पुलिस ने दबोचे 4 शातिर बदमाश, 10 से ज्यादा लूट, 23 चोरियां कबूली
इसके बाद पुलिस का काम आसान हो गया. पाली जिले के ढोला गांव के पास में दबिश देकर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया और बच्चे समेत अपहरणकर्ता को दबोच लिया. बच्चा सकुशल था. आरोपी जोधपुर का निवासी है, जिससे पूछताछ की जा रही है.
एसपी धर्मेंद्र सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अपहरणकर्ता लक्ष्मण सोनी की ज्वैलरी की दुकान पर काम करता था. पैसे के लेन-देने के विवाद में उसने बच्चे का अपहरण किया था. पुलिस ने अपहरणकर्ता देवेश सोनी निवासी रातानाड़ा जोधपुर को गिरफ्तार किया है.