खंडेला (सीकर). लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों के प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं, जिन्हें सरकार उनके राज्यों में स्पेशल ट्रेन और बसों के जरिए भेज रही है. लेकिन अभी भी काफी संख्या में मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं. प्रशासन को सूचना मिलने के बावजूद उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है.
बीती शाम झुंझुनू जिले से अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश जाने के लिए पैदल रवाना हुआ श्रमिकों का एक जत्था खंडेला पहुंचा. यहां भी प्रशासन की बेरुखी साफ नजर आई. प्रशासन को सूचना देने और तमाम कोशिशों के बावजूद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी इनकी सुध लेने के लिए नहीं पहुंचा. मजबूरन इन श्रमिकों ने बस स्टैंड पर भामाशाहों के सहयोग से हल्का-फुल्का भोजन कर रात गुजारी.
पढ़ें- दिल्ली के बाद अब राजस्थान में भी पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ा
इन प्रवासी श्रमिकों के लिए नगर पालिका अध्यक्ष पवन गोयल ने गुरुवार को सुबह एक बस की व्यवस्था कर तहसीलदार सुमन चौधरी के निर्देशन में मध्य प्रदेश के लिए रवाना किया. पालिका अध्यक्ष पवन गोयल ने उपखंड प्रशासन की लापरवाही बयान करते हुए बताया कि उपखंड अधिकारी रणजीत सिंह को उन्होंने इन मजदूरों की समस्या से अवगत करवाने के लिए कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन तक नहीं उठाया. जिस पर उन्होंने उपखंड अधिकारी के मुख्यालय पर मौजूद रहने को लेकर अनभिज्ञता जाहिर करते हुए व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग को लेकर भी सवाल उठाए.