दांतारामगढ़ (सीकर). जिले के दांतारामगढ़ पुलिस ने चोरी की घटनाओं का पर्दाफाश करते हुए एटीएम चोरी के मास्टरमाइंड सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जानकारी देते हुए थानाधिकारी लाल सिंह यादव ने बताया कि दिनांक 7 जनवरी की रात को सिमरा गांव में एटीएम चोरी की वारदात में वांछित आरोपियों की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन कर पुलिस टीम का गठन किया गया था.
दांतारामगढ़ पुलिस और खाटूश्यामजी पुलिस टीम की ओर से घटना में शामिल संदिग्ध अभियुक्त गणों को चिन्हित कर पुलिस टीम की ओर से लगातार दबिश दी गई. तब राजस्थान में चोरी और अन्य वारदातों में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया गया. भवानीपुर निवासी शंकर खाकड़दी जिला नागौर और राजू उर्फ बलकेश उर्फ राम सहाय मीणा निवासी सांवलपुरा अजीतगढ़ को दांतारामगढ़ इलाके से गिरफ्तार किया है.
पूछताछ में कबूल की कई वारदातें
पुलिस की ओर से पूछताछ में आरोपियों ने जोबनेर में 2014 में एटीएम तोड़ने की वारदात, नरेना में पीएनबी बैंक का एटीएम उखाड़ने की वारदात, बोरुंदा जोधपुर में 2018 में एसबीआई बैंक का एटीएम उखाड़ने की वारदात, कालाडेरा कस्बे के पास जनरल स्टोर की दुकान के ताले तोड़कर चोरी की वारदात, भेरूंडा गांव में ज्वेलर्स की दुकान के शटर तोड़कर चोरी की वारदात, हरसौर में तेजाजी मंदिर में चोरी की वारदात, अलवर में एटीएम उखाड़ने की वारदात, दोलपुरा में बेल्या वाला बालाजी मंदिर में चोरी की वारदात को अंजाम देना कबूल किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों से और भी कई अपराधिक घटनाओं का खुलासा होना संभव है.
इस तरह देते थे वारदात को अंजाम
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी शातिर किस्म के हैं. जो पहले योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम देने के लिए अपने मोबाइल फोन को घर पर ही छोड़ कर जाते हैं और पहले वारदात की रेकी करते हैं. आरोपी अलग-अलग जगहों को चिन्हित कर अलग-अलग वारदात करते हैं. जो पिकअप, कैंपर, बोलेरो गाड़ी लेकर आते हैं और गाड़ियों में रस्से, लोहे की रॉड, जंजीर और फेंकने के लिए पत्थर रखते हैं.
इसके साथ ही अपने पास हथियार भी रखते हैं. आरोपी वारदात करने से पहले अपने चेहरों को ढ़क कर वारदात स्थान पर लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ते हैं और बाद में अलग-अलग दिशाओं में फरार हो जाते हैं. थानाधिकारी लाल सिंह यादव ने बताया कि आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है. जिसके चलते और भी कई बड़ी वारदातों का खुलासा हो सकता है और चोरी की गई रकम और वस्तुएं बरामद की जा सकती है.