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सीकर में जांगिड़ समाज ने रखी बालिका छात्रावास की आधारशिला, देशभर से जुटे समाज के लोग - RAJASTHAN

सीकर के झुंझुनूं बाईपास पर RTO ऑफिस के पास जांगिड़ समाज का देश में पहला बालिका छात्रावास बनाया जा रहा है. जिसका शिलान्यास समारोह शनिवार को आयोजित हुआ. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईएएस अधिकारी जोगाराम जांगिड़ थे. इस छात्रावास के लिए सवा करोड़ रुपए में जमीन खरीदी गई थी और अब इस पर 61 कमरों का छात्रावास बनेगा, जिसमें 200 बालिकाएं रह सकेंगी.

जांगिड़ समाज ने रखी बालिका छात्रावास की आधारशिला
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Published : Jun 15, 2019, 9:54 PM IST

सीकर. जांगिड़ समाज ने देश के पहले बालिका छात्रावास की शनिवार को आधारशिला रखी. सीकर में बनने वाले इस छात्रावास के शिलान्यास कार्यक्रम में जांगिड़ समाज के देशभर के प्रबुद्ध नागरिक शामिल हुए. बताया जा रहा है कि इस बालिका छात्रावास का काम अगले 2 साल में पूरा हो जाएगी. इस छात्रावास के लिए सवा करोड़ रुपए में जमीन खरीदी गई थी. जिस पर 61 कमरों का छात्रावास बनेगा, जहां, 200 बालिकाएं रह सकेंगी.

जांगिड़ समाज ने रखी बालिका छात्रावास की आधारशिला

बताया जा रहा है कि सीकर में झुंझुनूं बाईपास पर आरटीओ ऑफिस के पास बनाया जा रहा बालिका छात्रावास देश का पहला जांगिड़ समाज का छात्रावास होगा, जिसका शिलान्यास समारोह शनिवार को आयोजित हुआ. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईएएस अधिकारी जोगाराम जांगिड़ थे. कार्यक्रम में जांगिड़ समाज के देशभर के अधिकारी और उद्योगपति शामिल हुए. समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि जांगिड़ समाज का देश में यह पहला बालिका छात्रावास होगा. इस छात्रावास के लिए सवा करोड़ रुपए में जमीन खरीदी गई थी और अब इस पर 61 कमरों का छात्रावास बनेगा, जिसमें 200 बालिकाएं रह सकेंगी.

50 साल से चल रहा है बालक छात्रावास
सीकर में जांगिड़ समाज की विश्वकर्मा शिक्षा समिति लगातार शिक्षा के लिए काम कर रही है. समिति की ओर से पिछले 50 साल से सीकर में लड़कों के लिए जांगिड़ छात्रावास चलाया जा रहा है, इसीलिए समाज के पदाधिकारियों ने बालिका छात्रावास को सीकर में बनाने का फैसला किया था. जांगिड़ समाज का यह छात्रावास बालिका शिक्षा के लिए सीकर में मील का पत्थर साबित होगा.अभी तक सीकर में किसी भी समाज का बालिकाओं के लिए छात्रावास नहीं बना है.

सीकर. जांगिड़ समाज ने देश के पहले बालिका छात्रावास की शनिवार को आधारशिला रखी. सीकर में बनने वाले इस छात्रावास के शिलान्यास कार्यक्रम में जांगिड़ समाज के देशभर के प्रबुद्ध नागरिक शामिल हुए. बताया जा रहा है कि इस बालिका छात्रावास का काम अगले 2 साल में पूरा हो जाएगी. इस छात्रावास के लिए सवा करोड़ रुपए में जमीन खरीदी गई थी. जिस पर 61 कमरों का छात्रावास बनेगा, जहां, 200 बालिकाएं रह सकेंगी.

जांगिड़ समाज ने रखी बालिका छात्रावास की आधारशिला

बताया जा रहा है कि सीकर में झुंझुनूं बाईपास पर आरटीओ ऑफिस के पास बनाया जा रहा बालिका छात्रावास देश का पहला जांगिड़ समाज का छात्रावास होगा, जिसका शिलान्यास समारोह शनिवार को आयोजित हुआ. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईएएस अधिकारी जोगाराम जांगिड़ थे. कार्यक्रम में जांगिड़ समाज के देशभर के अधिकारी और उद्योगपति शामिल हुए. समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि जांगिड़ समाज का देश में यह पहला बालिका छात्रावास होगा. इस छात्रावास के लिए सवा करोड़ रुपए में जमीन खरीदी गई थी और अब इस पर 61 कमरों का छात्रावास बनेगा, जिसमें 200 बालिकाएं रह सकेंगी.

50 साल से चल रहा है बालक छात्रावास
सीकर में जांगिड़ समाज की विश्वकर्मा शिक्षा समिति लगातार शिक्षा के लिए काम कर रही है. समिति की ओर से पिछले 50 साल से सीकर में लड़कों के लिए जांगिड़ छात्रावास चलाया जा रहा है, इसीलिए समाज के पदाधिकारियों ने बालिका छात्रावास को सीकर में बनाने का फैसला किया था. जांगिड़ समाज का यह छात्रावास बालिका शिक्षा के लिए सीकर में मील का पत्थर साबित होगा.अभी तक सीकर में किसी भी समाज का बालिकाओं के लिए छात्रावास नहीं बना है.

Intro:सीकर
जांगिड़ समाज के देश के पहले बालिका छात्रावास की शनिवार को आधारशिला रखी गई। सीकर में बनने वाले इस छात्रावास के शिलान्यास कार्यक्रम में जांगिड़ समाज के देशभर के प्रबुद्ध नागरिक शामिल हुए। इस बालिका छात्रावास का काम अगले 2 साल में पूरा होगा।


Body:जानकारी के मुताबिक जांगिड़ समाज का देश का पहला बालिका छात्रावास सीकर में झुंझुनू बायपास पर आरटीओ ऑफिस के पास बनाया जा रहा है। इसका शिलान्यास समारोह शनिवार को आयोजित हुआ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईएएस अधिकारी जोगाराम जांगिड़ थे। कार्यक्रम में जांगिड़ समाज के देश भर के अधिकारी और उद्योगपति शामिल हुए। समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि जांगिड़ समाज का देश में यह पहला बालिका छात्रावास होगा। इस छात्रावास के लिए सवा करोड़ रुपए में जमीन खरीदी गई थी और अब इस पर 61 कमरों का छात्रावास बनेगा। इसमें 200 बालिकाएं रह सकेंगी।

50 साल से चल रहा है बालक छात्रावास
सीकर में जांगिड़ समाज की विश्वकर्मा शिक्षा समिति लगातार शिक्षा के लिए काम कर रही है। समिति की ओर से पिछले 50 साल से सीकर में लड़कों के लिए जांगिड़ छात्रावास चलाया जा रहा है। इसीलिए समाज के पदाधिकारियों ने बालिका छात्रावास को सीकर में बनाने का फैसला किया था।


Conclusion:जाट समाज का यह छात्रावास बालिका शिक्षा के लिए सीकर में मील का पत्थर साबित होगा। अभी तक सीकर में किसी भी समाज का बालिकाओं के लिए छात्रावास नहीं बना है जबकि सीकर शिक्षा नगरी बन चुका है।
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