सीकर. जिले में प्री-मानसून बारिश के साथ ही खरीफ की बुवाई का दौर शुरू हो चुका है. बाजरे की बुवाई का यह सबसे उचित समय है. कृषि विभाग ने इस बार खरीफ की बुवाई के लिए विशेष तैयारियां की है. जिले में पांच लाख हैक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है.
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक सीकर जिले में बाजरे की बुवाई का यह सबसे उपयुक्त समय है. जिन इलाकों में बारिश हो चुकी है, वहां बाजरे की बुवाई शुरू हो चुकी है. 15 से 30 जून तक बाजरे की बुवाई का उचित समय है. 30 जून के बाद मूंग और ग्वार की बुवाई शुरू होगी.
5 लाख हेक्टेयर में बुआई का लक्ष्य
कृषि विभाग ने इस बार सीकर जिले में पांच लाख हैक्टेयर में बुआई का लक्ष्य रखा है. इनमें से सवा दो लाख हेक्टेयर में बाजरे की बुवाई होगी और बाकी जमीन पर दलहन जैसे ग्वार, मोठ और तिलहन की बुवाई होगी.
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार गर्मी का असर ज्यादा रहा है, इसलिए मानसून अच्छा होगा और जिले में बंपर पैदावार होगी. सहकारी समितियों पर किसानों को बीज वितरण का कार्य शुरू हो चुका है. इसके अलावा किसान दूसरी जगह से भी बीज खरीद सकते हैं. जिले में प्री-मानसून की बारिश के साथ ही खरीफ की बुवाई का दौर शुरू हो चुका है. इस बार फसल अच्छी होने की उम्मीद है और करीब 5 लाख हेक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है.