फतेहपुर. सीकर के रोहलसाबसर गांव के रहने वाले जवान मुनाफ खान का जयपुर में निधन हो गया. मुनाफ खान 24 ग्रेनेडियर जयपुर में तैनात थे. 30 साल के मुनाफ खान 10 साल से सेना में अपनी सेवा दे रहे थे. कर्नल राजेन्द्र सिंह जोधा ने बताया कि पार्थिव देह फतेहपुर के सदर थाना पहुंचेगी. उसके बाद थाने से पैतृक गांव तक तिरंगा यात्रा निकाली (Last rites of Munaf Khan in his ancestral village) जाएगी. जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ युवा जवान को श्रद्धांजलि देंगे.
दादा के साथ और भाई भी सेना में: जवान मुनाफ खान का परिवार सेना से लगातार जुड़ा हुआ है. उनके दादाजी इनायत खां भी सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. मुनाफ खान का भाई सोहेल खान भी सेना में जम्मू कश्मीर में तैनात है. मुनाफ खान के 4 साल की हलीमा और 2 साल की अफीफा नाम की दो बच्चियां हैं. दो महीने पहले ही छोटी बेटी का जन्म हुआ था. ग्रामीणों ने बताया कि 10 दिन पहले ही मुनाफ खान रोहलसाबसर आए थे. युवाओं ने बताया कि रात 2 बजे आने के बाद सुबह 5 बजे गांव के युवाओं को सेना की तैयारी करने के लिए ग्राउंड पहुंच गए थे. सेना के अधिकारियों ने बताया कि आर्मी हैडक्वार्टर और बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी यह तय करेगा कि उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाएगा या नहीं.
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मुनाफ खान के गांव रोहलसाबसर में युवा सेना में जाने के लिए लगातार मेहनत कर रहे थे. युवाओं ने बताया कि मुनाफ खान जब भी गांव आते थे, तो उनका सपना था कि गांव का हर एक युवा सेना में अपनी सेवा दे. इसको लेकर वह युवाओं का मनोबल बढाते रहते थे. युवाओं को रोज दौड़ लगाने के साथ कड़ी मेहनत करने की सलाह दिया करते थे. उनका सपना था कि गांव का युवा सेना में जाकर देश का नाम रोशन करे. गांव के 40-50 जवान सेना में ड्यूटी दे रहे हैं. वहीं गांव में 150 से ज्यादा पूर्व सैनिक हैं.
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विधायक हाकम अली ने बताया कि जवान मुनाफ खान ने देश की सेवा प्राप्त करते हुए वीरगति प्राप्त की है. उनको सच्चे मन से श्रद्धांजलि देता हूं. उनका पूरा परिवार सेना से जुड़ा हुआ है. दादाजी इनायत खां सेना में था. मुनाफ खान का सपना था कि वह सेना में जाकर देश की सेवा करे और उसी जज्बे के कारण छोटी सी उम्र में ही वह सेना में भर्ती हो गए थे. उन्होने कहा कि गांव के युवाओं को प्रेरणा देते थे कि वह भी सेना में जाएं और देश का मान बढाएं. इसके साथ ही युवाओं को प्रेरणा देते थे कि अगर इस दौरान उनके प्राण भी चले जाए तो गौरव बात होगी.