दांतारामगढ़ (सीकर). खाटूश्यामजी नगरपालिका में सोमवार को नगरपालिका के नवीन सभागार में चेयरपर्सन ममता देवी की अध्यक्षता में नगर पालिका बोर्ड की बैठक आयोजित की गई. करीब सात महीने बाद आयोजित हुई नपा बोर्ड की बैठक में चेयरपर्सन और ईओ की आपस में नोकझोंक हो गई. साथ ही बैठक में चेयरपर्सन और आयुक्त एक दूसरे के उपर जिम्मेदारियां थोपते हुए नजर आए.
बैठक में पार्षद राजवीर सिंह ने नगर पालिका की तरफ से लगाए गए पार्षदों के नाम के बोर्डों का मुद्दा उठाकर इनमें आए खर्चे का हिसाब मांगा. साथ ही सीतारामपुरा में पानी की व्यवस्था, पट्टे जारी करने, पात्र व्यक्तियों को खाद्य सुरक्षा में जोड़ने और कचरा निस्तारण पर भी चर्चा की गई. बैठक में पार्षद ललिता सोनी, ममता देवी, रवि स्वामी, पुरूषोत्तम कुमावत, राजकुमार माटोलिया, नरेन्द्र मीणा, सागरमल जिजवाडिया और मुकेश गढ़वाल मौजूद रहे.
बैठक के दौरान चेयरपर्सन ममता देवी और आयुक्त कमलेश मीणा पूरी बैठक में एक दूसरे के उपर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे. दोनों में हुई तकरार के चलते बैठक काफी हद तक प्रभावित हुई. वहीं, अध्यक्ष और ईओ में हूई तकरार पार्षदों और ग्रामीणों में चर्चा का विषय बनी रही. बैठक के दौरान पार्षद श्यामसुंदर पूनिया सहित अनेक पार्षदों ने पालिकाध्यक्ष ममता मुंडोतिया पर मनमर्जी करने के आरोप लगाते हुए कहा कि पालिकाध्यक्ष हर विकास कार्य में बाधा पहुंचाने का काम कर रही हैं. अगर किसी भी कागजात पर हस्ताक्षर करवाने हो तो उसके लिए भी इंतजार करना पड़ता है.
पालिका बोर्ड की बैठक अधिशासी अधिकारी और पालिकाध्यक्ष में तालमेल के अभाव के चलते हंगामें की भेट चढ़ गई. हालांकि, बैठक करीब 3 घंटे चली लेकिन 10 बिन्दुओं में से अधिकतर पर सहमति नहीं बन पाई. भाजपा का बोर्ड होने के बावजूद भी बैठक में सत्ता पक्ष कमजोर नजर आया. निर्दलीय और कांग्रेस के पार्षद बैठक के दौरान हर मुद्दे पर हावी रहे. जिसके चलते बैठक में किसी भी निर्णय पर सहमती नहीं बनी.
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पालिका की आम बोर्ड बैठक के दौरान सभी पार्षदों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार कुर्सियों की व्यवस्था की गई थी. लेकिन बैठक शुरू होने के बाद धीरे-धीरे सभी पार्षद एक साथ एकत्रित हो गए. जिसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका.